Last Updated: Wednesday, November 14, 2012, 18:14

अहमदाबाद : भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इंग्लैंड के खिलाफ सरदार पटेल स्टेडियम की सूखी पिच पर होने वाले पहले टेस्ट के लिए अपनी टीम के तीन फ्रंट-लाइन स्पिनरों के साथ खेलने की संभावना को आज लगभग खारिज कर दिया। इसका मतलब है कि सीनियर ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह को अंतिम एकादश से बाहर रखकर आर. अश्विन और प्रज्ञान ओझा को अंतिम एकादश में खिलाया जाएगा। हरभजन ने एक साल से भी ज्यादा समय बाद टीम में वापसी की है।
धोनी ने मैच से पूर्व प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘अगर हमें कानपुर में 2008 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जैसा विकेट मिला था, वैसा मिलता है तो हम चार स्पिनरों के साथ खेल सकते थे। हमें यह भी देखने की जरूरत है कि हमें ऐसा विकेट मिल रहा है जिस पर तेज गेंदबाजों को भी थोड़ी रिवर्स स्विंग मिल रही है। हमेशा यही सलाह दी जाती है कि ऐसा गेंदबाजी आक्रमण रखो जिसमें विभिन्नता हो।’ धोनी ने यह भी सूचित किया कि तेज गेंदबाज इशांत शर्मा पहले टेस्ट में नहीं खेलेंगे क्योंकि वह अभी तक वायरल बुखार से नहीं उबरे हैं जबकि अन्य तेज गेंदबाज जहीर खान और उमेश यादव टीम के लिए उपलब्ध थे, जिन्होंने आज टीम के साथ अभ्यास नहीं किया।
धोनी ने कहा, ‘इशांत को वायरल है और वह पूरी तरह नहीं उबरा है। अन्य खिलाड़ी उपलब्ध हैं। अशोक डिंडा को शर्मा की जगह स्टैंडबाय के रूप में बुलाया गया है, धोनी ने कहा कि टीम ने थोड़ी अतिरिक्त सतर्कता बरती है। उन्होंने कहा, ‘वह सिर्फ ‘बैक-अप’ है। अगर कोई रात में या कल सुबह चोटिल हो जाता है तो वह टीम में आ सकता है।’ जहीर और यादव के आज अभ्यास में अनुपस्थित होने के बारे में बताते हुए धोनी ने कहा कि यह टीम की योजना के अनुसार ही हुआ था क्योंकि वे मुंबई और यहां पिछले कुछ दिनों में लंबे अभ्यास सत्र के बाद इन दोनों तेज गेंदबाजों को आराम देना चाहते थे।
धोनी ने कहा, ‘यह हमारी योजना थी। हमने मुंबई में नौ से 11 नवंबर तक लंबा अभ्यास किया था और पिछले कुछ दिनों में यहां अभ्यास किया है। ये उनके लिये लंबे सत्र थे। हमने कहा कि उन्हें आज आराम देना अच्छा रहेगा।’ उन्होंने इस विवाद में कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया कि क्या यह टीम के लिये बदला चुकता करने की श्रृंखला है क्योंकि भारत को पिछले साल इंग्लैंड में 0-4 से वाइटवाश का मुंह देखना पड़ा था।
धोनी ने कहा, ‘मैं सिर्फ इतना जानता हूं कि हम मैदान पर जायेंगे तो वहां एक लाल गेंद होगी और दो टीम खेलेंगी। आप जिसे चाहते हो, उसका नाम दे सकते हो। ’’ उन्होंने गौतम गंभीर और वीरेंद्र सहवाग की सलामी जोड़ी को तोड़ने की बात से भी इंकार कर दिया, जबकि दिल्ली की यह जोड़ी न्यूजीलैंड के खिलाफ पिछली घरेलू श्रृंखला और आस्ट्रेलिया में श्रृंखला में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी थी।
धोनी ने अटकलों का दौर समाप्त करते हुए कहा, ‘गौतम और वीरू पारी का आगाज करेंगे।’ उन्होंने दो फ्रंटलाइन स्पिन गेंदबाज अश्विन और ओझा की तारीफ करते हुए कहा, ‘अश्विन और ओझा एक दूसरे को बखूबी समझते हैं, जो बहुत महत्वपूर्ण है। ओझा एक छोर पर रन गति पर लगाम कसता है और अश्विन हमेशा अधिक आक्रामक रहता है जिसमें काफी विभिन्नता है और वह इनका इस्तेमाल करना पसंद करता है।’ हरभजन की भूमिका के बारे में धोनी ने कहा कि पंजाब का यह आफ स्पिनर काफी अनुभवी है जिनसे ये दोनों युवा स्पिनर फायदा उठा सकते हैं।
धोनी ने कहा, ‘अगर आप शीर्ष चार-पांच स्पिनरों को देखो तो भज्जी निश्चित रूप से इनमें आता है। अच्छी बात यह है कि वह टीम से बाहर था और अब इस श्रृंखला का हिस्सा है जिसका मतलब है कि वह अपने अनुभव इन युवाओं के साथ बांट सकता है।’ (एजेंसी)
First Published: Wednesday, November 14, 2012, 18:13