Last Updated: Tuesday, September 25, 2012, 21:58

जमशेदपुर : भारत की शीर्ष महिला तीरंदाज दीपिका कुमारी ने आज कहा कि हाल में संपन्न विश्व कप में अगर वह बारिश के बीच अंतिम तीर पर गलत अनुमान नहीं लगाती तो वह रजत पदक की जगह स्वर्ण पदक जीत सकती थी।
टाटा स्टील ने जमशेदपुर लौटने पर आज दीपिका को सम्मानित किया। दीपिका ने संवाददाताओं से कहा, यह मेरी गलती थी। मुझे प्रतियोगिता के सभी पैमानों को ध्यान में रखते हुए फैसला करना चाहिए था जिसमें मौसम और हवा की गति भी शामिल है। लेकिन कोरिया की प्रतिद्वंद्वी (बो बेई की) के खिलाफ अंतिम तीर चलाने से पहले मैंने गलत अनुमान लगाया और दो अंक से हार गई। दीपिका विश्व कप फाइनल जीतने के करीब पहुंची लेकिन रविवार को तोक्यो में महिला रिकर्व व्यक्तिगत स्पर्धा के फाइनल में ओलंपिक में दो स्वर्ण जीतने वाली बो बेई की के खिलाफ शिकस्त के कारण उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
उन्होंने कहा, सुबह से ही बारिश हो रही थी और बारिश में निशाना लगाना आसान नहीं था। दीपिका ने हालांकि कहा कि यह कोई बहाना नहीं है क्योंकि मौसम दोनों खिलाड़ियों के लिए समान था। यह पूछने पर कि लंदन ओलंपिक में लचर प्रदर्शन के बाद वह तोक्यो में रजत पदक जीतकर कैसा महसूस कर रही हैं, दुनिया की दूसरे नंबर की तीरंदाज दीपिका ने कहा कि वह बिना किसी तनाव के जापान गई थी और प्रतियोगिता में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रतिबद्ध थी। ओलंपिक के बाद यह दीपिका का पहला अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट था। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, September 25, 2012, 21:58