Last Updated: Friday, August 30, 2013, 15:40

नई दिल्ली : पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली मानते हैं कि इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में मिली लगातार शिकस्त के बाद आगामी विदेशी दौरे भारतीय टेस्ट टीम के लिए खोयी साख लौटाने का अच्छा मौका होगा। इन दौरों की शुरूआत दक्षिण अफ्रीका से शुरू होगी। भारतीय टीम वनडे में अच्छा प्रदर्शन कर रही है लेकिन गांगुली को यह नहीं लगता कि टेस्ट टीम का स्तर गिर रहा है।
गांगुली ने कहा, आपको उन्हें कुछ समय देना होगा और जैसा मैंने कहा है कि वे पिछले 10-11 वर्षों में विदेशी और घरेलू सरजमीं पर खेल चुके हैं। हां हमें ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में हार का मुंह देखना पड़ा लेकिन हमारे पास इस सत्र में दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में अपने प्रदर्शन में सुधार करने का मौका है। उन्होंने कहा, हां, वे सीमित ओवर की अच्छी टीम है लेकिन टेस्ट मैचों में भी उन्होंने नतीजे दिये हैं। दक्षिण अफ्रीका का दौरा मुश्किल होगा, इसलिए गांगुली ने महेंद्र सिंह धोनी की टीम को एक सलाह दी।
गांगुली ने कहा, वह (धोनी) पहले भी दक्षिण अफ्रीका जा चुका है और वह जानता है कि यह कितना कठिन है। यह सिर्फ एक वनडे संयोजन नहीं होने वाला क्योंकि टेस्ट मैच काफी अलग होते हैं। दक्षिण अफ्रीका का आक्रमण काफी मजबूत है, वे अपने मैदान पर काफी अच्छी टीम हैं। भारत को सचमुच अच्छा खेल दिखाना होगा। उन्होंने कहा, मैं उन्हें सुझाव दे सकता हूं कि वे सकारात्मक होकर खेलें और महसूस करें कि यह कठिन दौरा है। यह एक दौरा होगा जो काफी खिलाड़ियों को चुनौती देगा और आपको अपने खेल में सुधार करना होगा। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के बारे में गांगुली ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का फैसला मुंबई के इस दिग्गज पर ही छोड़ देना चाहिए।
यह पूछने पर कि तेंदुलकर को दक्षिण अफ्रीका दौरे के बाद संन्यास लेना चाहिए तो गांगुली ने कहा, यह उनका फैसला है। वह विश्व क्रिकेट के लिये काफी कुछ कर चुका है और समय का फैसला उसे ही करने दो क्योंकि वह इसका हकदार है। (एजेंसी)
First Published: Friday, August 30, 2013, 15:40