Last Updated: Sunday, January 13, 2013, 20:22

कोलकाता : आलोचनाओं से घिरे भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को रविवार को पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का समर्थन मिला जिन्होंने कहा कि टीम को बदलाव के इस दौर से उबरना पड़ेगा।
टीम इंडिया के लचर प्रदर्शन की आलोचना पर प्रतिक्रिया करते हुए गांगुली ने कहा,‘यह हर कप्तान के कार्यकाल में होता है। एमएस धोनी को इंतजार करना होगा।’
उन्होंने कहा,‘बाहर से टिप्पणी करना आसान है। नये खिलाड़ियों को जमने के लिये आपको कुछ समय देना पड़ता है। उम्मीद है कि वे दो वर्ष तक के समय में अच्छा करेंगे।’
गांगुली ने कहा कि हर किसी के लिये कप्तान की आलोचना करना आसान होता है। उन्होंने कहा, ‘कप्तान की आलोचना हमेशा की जाती है। मेरे समय में भी तेंदुलकर, द्रविड़ और लक्ष्मण जैसे खिलाड़ियों की मौजूदगी में टीम को जमने में थोड़ा समय लगा था। आपको संयम बरतना पड़ता है।’
आस्ट्रेलिया में 2015 विश्व कप के बारे में गांगुली को बंगाल के तेज गेंदबाज अशोक डिंडा और शमी अहमद की जोड़ी टीम का अहम हिस्सा लगती है, इनके अलावा बल्लेबाज मनोज तिवारी भी, जो अभी चोट से उबर रहे हैं।
उन्होंने कहा,‘डिंडा और शमी के पास आस्ट्रेलिया के हालात में 200 प्रतिशत मौका है। बंगाल क्रिकेट के लिये यह अच्छा है। मुझे पूरा भरोसा है कि तिवारी को मौका मिलेगा।’
फार्म में चल रहे चेतेश्वर पुजारा को भले ही इंग्लैंड के खिलाफ पहले वनडे में बेंच पर बिठाया गया हो लेकिन गांगुली को लगता है कि सौराष्ट्र का बल्लेबाज जल्द ही टीम का हिस्सा बनेगा। गांगुली ने कहा, ‘मुझे पूरा भरोसा है कि वह जल्द ही टीम का हिस्सा बन जायेगा। यह सिर्फ समय की बात है।’
उन्होंने कहा कि भविष्य को ध्यान में रखते हुए टीम का चयन करना चयनकर्ताओं की जिम्मेदारी है और साथ ही कहा कि बाहर किये गये वीरेंद्र सहवाग और हरभजन सिंह को काफी मौके मिलेंगे।
वर्ष 2000 के मुश्किल दौर में तेंदुलकर से टीम की कप्तानी लेने वाले गांगुली ने कहा,‘टेस्ट टीम को सहवाग की जरूरत है। सहवाग और हरभजन को फार्म में वापसी के लिये काफी मौके मिलेंगे।’
यह पूछने पर कि क्या वनडे टीम को सचिन तेंदुलकर की कमी खल रही है तो गांगुली ने कहा,‘वह काफी लंबे समय से वनडे टीम का हिस्सा नहीं थे और टीम उनके बिना खेलने की आदी हो गयी है। लेकिन टेस्ट टीम में उनके बिना खेलना काफी मुश्किल होगा।’ (एजेंसी)
First Published: Sunday, January 13, 2013, 20:22