Last Updated: Thursday, September 13, 2012, 16:57

मुंबई : इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की डेक्कन चार्जर्स फ्रेंचाइजी टीम की नीलामी गुरुवार को उस समय नाटकीय अंदाज में समाप्ता हो गई, जब टीम के मालिकों ने बोली लगाने वाली एकमात्र कंपनी के प्रस्ताव को नकार दिया। इसके बाद इस फ्रेंचाइजी टीम का भविष्य एक बार फिर अधर में है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की कार्यकारिणी की शनिवार को प्रस्तावित बैठक में इस बारे में अगले कदम पर चर्चा होगी।
एक वेबसाइट के मुताबिक बीसीसीआई प्रमुख एन. श्रीनिवासन ने चेन्नई में कहा कि डेक्कन चार्जर्स ने बीसीसीआई को सूचित किया है कि बोली लगाने वाली कंपनी द्वारा प्रस्ताविक कीमत और शर्तें उसे मंजूर नहीं थीं। इसी कारण उसने उसकी बोली को स्वीकार नहीं किया। बीसीसीआई सचिव संजय जगदाले ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि इस प्रक्रिया में बीसीसीआई की कोई भूमिका नहीं रही और यह प्रक्रिया सम्पूर्ण रूप से फ्रेंचाइजी टीम का मालिकाना हक रखने वाली कंपनी-डेक्कन क्रॉनिकल होल्डिंग्स लिमिटेड (डीसीएचएल) द्वारा संचालित की गई।
जगदाले ने कहा कि डीसीएचएल के मुताबिक बोली लगाने वाली कंपनी ने बीसीसीआई के दिशा-निर्देशों के तहत ही काम किया लेकिन भुगतान की शर्तो को लेकर सहमति नहीं बनने के कारण इस बोली को नकार दिया गया। बंबई हाईकोर्ट ने इस नीलामी के लिए बुधवार को न्यायालय के अधिकारी एम.डी. नरवेकर को पर्यवेक्षक नियुक्त किया था। डीसीएचएल ने घाटा दिखाए जाने के बाद इस फ्रेंचाइजी को नीलाम करने के लिए 6 सितम्बर को निविदा जारी की थी। (एजेंसी)
First Published: Thursday, September 13, 2012, 16:57