Last Updated: Tuesday, December 11, 2012, 12:15

लंदन : इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने ‘भगवान का दर्जा रखने वाले’ भारत के कुछ क्रिकेटरों के ‘रवैये’ पर सवाल उठाये और क्रिकेट के लंबे प्रारूप में उनकी सफलता की भूख पर भी संशय किया। हुसैन ने भारतीय क्रिकेट के कुछ बड़े नामों को चुना और इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला में भारत को मिली लगातार शिकस्त के संदर्भ में टेस्ट क्रिकेट की ओर उनकी प्रतिबद्धता पर सवाल उठाये।
हुसैन ने ‘डेली मेल’ ने अपने कालम में लिखा, ‘‘भारत को कोलकाता टेस्ट के बाद बड़े सवालों का जवाब देना होगा और सबसे बड़ा सवाल उनके भगवान दर्जा रखने वाले जैसे शीर्ष खिलाड़ियों के रवैये का है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब महेंद्र सिंह धोनी, गौतम गंभीर और अन्य खिलाड़ी तीसरे टेस्ट में मिली हार के बाद अपने होटलों के कमरे में गये होंगे तो उन्हें कितना दर्द हो रहा होगा? इन करोड़पति खिलाड़ियों की खेल के इस लंबे प्रारूप (की मानसिक और शारीरिक मांग को देखते हुए) के लिये कितनी भूख बची है? ’’ हुसैन ने कहा, ‘‘क्या ये मन में सोच रहे हैं ‘चिंता मत करो’ और इंडियन प्रीमियर लीग से मिलने वाले मनोरंजन, ग्लैमर और वित्तीय राशि को प्राथमिकता दे रहे हैं? ’’
हुसैन ने अपने कालम में लिखा, ‘‘कोच डंकन फ्लेचर धोनी, गंभीर, वीरेंद्र सहवाग और यहां तक सचिन तेंदुलकर की आंखों में देखना चाहेंगे कि उनमें कितनी भूख बची है। ’’ उन्हें लगता है कि भारत को 13 दिसंबर से शुरू होने वाले अंतिम टेस्ट में जीत दर्ज करनी होगी ताकि वे अपनी खोयी साख को कुछ हद तक कायम रख सकें।
हुसैन ने कहा, ‘‘भारत के लिये अब यही मुख्य बात है। उनके क्रिकेट को सचमुच जो चीज चाहिए, वह नागपुर में जीत दर्ज करना और इस श्रृंखला को बराबर करना है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘भारत ने युवराज सिंह, जहीर खान और हरभजन सिंह को अंतिम टेस्ट की टीम से बाहर रख दिया। लेकिन इसमें व्यक्तिगत चीजों को बदलने के बजाय रवैया बदलने की जरूरत है। ’’ (एजेंसी)
First Published: Monday, December 10, 2012, 19:09