निर्णय के विश्लेषण के बाद ही फैसला : शुक्ला

निर्णय के विश्लेषण के बाद ही फैसला : शुक्ला

निर्णय के विश्लेषण के बाद ही फैसला : शुक्लानई दिल्ली : बीसीसीआई ने गुरुवार को अदालत के उस फैसले पर प्रतिक्रिया देने से इंकार कर दिया जिसने पूर्व क्रिकेट कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन से आजीवन प्रतिबंध हटा दिया और कहा कि वह कोई भी निर्णय लेने से पहले इसका आकलन करेगी।

आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय ने अजहरुद्दीन की स्थानीय अदालत के आदेश के खिलाफ अपील मंजूर कर दी जिसने भारतीय क्रिकेट बोर्ड के फैसले को बरकरार रखा था। अदालत ने कहा कि यह प्रतिबंध ‘अस्थायी’ था।

हालांकि बीसीसीआई के सीनियर अधिकारी राजीव शुक्ला ने कहा कि वे तब तक प्रतिक्रिया नहीं देंगे तब तक उनकी कानूनी टीम अदालत के फैसले को नहीं देखती।

शुक्ला ने पत्रकारों से कहा,‘हमारी कानूनी टीम इस फैसले का आकलन करेगी। इसके बाद ही हम इस पर प्रतिक्रिया करेंगे।’
उन्होंने कहा,‘मैं सिर्फ यही कह सकता हूं कि कानूनी टीम अदालत के फैसले का विश्लेषण करेगी, इसके बाद ही हम फैसला करेंगे।’

अजहर पर 2000 में बीसीसीआई की तीन सदस्यीय समिति की सिफारिश पर आजीवन प्रतिबंध लगाया गया था।
मैच फिक्सिंग के आरोपों के मद्देनजर बनी समिति में तत्कालीन बोर्ड अध्यक्ष एसी मुथया, दो उपाध्यक्ष कमल मोरारका और केएम रामप्रसाद थे।

अजहर ने 15 बरस के करियर में 334 वनडे और 99 टेस्ट खेले थे। बाद में वह राजनीति के मैदान में आ गए और मुरादाबाद संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीत कर लोकसभा पहुंच गए। (एजेंसी)

First Published: Thursday, November 8, 2012, 17:59

comments powered by Disqus