Last Updated: Saturday, September 29, 2012, 21:08

कोलंबो : मौजूदा विश्व टी-20 चैम्पियनशिप में भारतीय टीम के सीनियर सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग के साथ बर्ताव और इस बल्लेबाज के स्वयं के रवैये से यह सवाल उठना लाजमी है कि टीम इंडिया में क्या सब कुछ सही चल रहा है।
चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ सुपर आठ चरण के रविवार को होने वाले करो या मरो के मुकाबले से पूर्व सहवाग ने आज नेट सत्र में हिस्सा नहीं लिया। वह हालांकि फुटबाल मैच में खेलने उतरे।
शुक्रवार को आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलने वाले कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली ने भी लगभग डेढ़ घंटे में नेट सत्र में हिस्सा नहीं लिया। सहवाग को हालांकि नेट सत्र के दौरान आराम से बैठे हुए देखा गया और वह टीम के कुछ अन्य खिलाड़ियों के साथ बात कर रहे थे जिससे उनकी फार्म और खेल के सबसे छोटे प्रारूप में प्रतिबद्धता को लेकर सवाल उठाए जाने लगे हैं।
दोपहर बाद के ट्रेनिंग सत्र में भारतीय खिलाड़ियों ने लगभग 75 मिनट तक फुटबाल के खेल का लुत्फ उठाया। सहवाग एक टीम के गोलकीपर थे और वह पूरे समय खेले। अंत में जब नेट सत्र शुरू हुआ तो इरफान पठान एक बार फिर पैड पहने दिखाई दिए और उन्होंने दो में से एक नेट पर सबसे पहले बल्लेबाजी की।
आस्ट्रेलिया के खिलाफ 30 गेंद में 31 रन बनाने वाले पठान का सबसे पहले बल्लेबाजी करना इस बात का भी संकेत हो सकता है कि संभवत: पाकिस्तान के खिलाफ वह दोबारा पारी की शुरुआत कर सकते हैं। कप्तान धोनी अधिकतर अपने फैसलों से भारतीय मीडिया को हैरान करते रहे हैं और सहवाग अगर रविवार को गौतम गंभीर के साथ पारी की शुरुआत करते हैं तो लोगों को अधिक हैरानी नहीं होनी चाहिए। वैसे भी पठान की तकनीक इतनी अच्छी नहीं हैं कि वह उमर गुल जैसे कुशल गेंदबाजों का सामना कर सकें।
युवराज सिंह, सुरेश रैना और गंभीर जैसे बल्लेबाजों ने नेट सत्र के दौरान काफी गंभीरता के साथ बल्लेबाजी की और ऐसे में उम्मीद की जा रही थी कि सहवाग भी नेट्स पर समय बिताएंगे। सहवाग को इस दौरान धोनी और कोहली के बाद बातचीत में मशरूफ देखा गया। धोनी और कोहली के बल्लेबाजी नहीं करने का कारण हो सकता है लेकिन अगर सहवाग फिट हैं (जैसा कि टीम प्रबंधन ने दावा किया) तो फिर उनके पास बल्लेबाजी नहीं करने का कोई कारण नहीं है।
विश्व टी-20 चैम्पियनशिप सहवाग के लिए भाग्यशाली नहीं रही है। भारत की खिताब जीत के दौरान 2007 में भी वह फाइनल में नहीं खेले थे जिससे यूसुफ पठान को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण का मौका मिला था। (एजेंसी)
First Published: Saturday, September 29, 2012, 21:08