नेहरू कप : कैमरून को हरा भारत ने लगाई जीत की हैट्रिक

नेहरू कप : कैमरून को हरा भारत ने लगाई जीत की हैट्रिक

नेहरू कप : कैमरून को हरा भारत ने लगाई जीत की हैट्रिकनई दिल्ली : नए कोच और कप्तान सुनील छेत्री की अगुवाई में खेल रही भारतीय टीम ने नेहरू कप फुटबाल टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले में रविवार को कैमरून को हराकर खिताबी हैट्रिक पूरी की। पेनाल्टी शूट आउट तक चले इस मुकाबले में भारतीय टीम ने 5-4 से जीत दर्ज की। राजधानी के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में खेला गया यह मुकाबला निर्धारित समय में 2-2 की बराबरी पर समाप्त हुआ। इसके बाद खेले गए आधे घंटे के अतिरिक्त समय में मुकाबले में भी दोनों में कोई भी टीम गोल नहीं कर सकी और मैच 2-2 की बराबरी पर रहने के कारण पेनाल्टी शूट आउट में पहुंच गया।

पेनाल्टी शूटआउट में भारत ने पांच में से पांच गोल दागे जबकि कैमरून की टीम चार ही गोल दाग सकी और अंतत: मुकाबला भारत के पक्ष में गया। इस फाइनल मुकाबले में पहला गोल भारत ने किया। भारत की ओर से गौरमांगी सिंह ने 19वें मिनट में शानदार हेडर के जरिए गोल दागा और भारत को 1-0 की बढ़त दिलाई। लेकिन भारतीय टीम अभी जीत का जश्न मनाने में ही लगी थी कि कैमरून ने गोल दागकर मुकाबले को 1-1 की बराबरी पर पहुंचा दिया।

इसके बाद कैमरून ने एक और गोल दागकर भारतीय खेमे में निराश फैला दी। लेकिन भारतीय खिलाड़ियों ने उम्मीद नहीं छोड़ी। दूसरे हाफ में भारत ने आक्रामक खेल दिखाया और खेल के 79वें मिनट में मिले पेनाल्टी के जरिए गोल कर मुकाबले को 2-2 की बराबरी पर पहुंचा दिया। निर्धारित समय का खेल समाप्त होने तक दोनों टीमें 2-2 की बराबरी पर रही। इसके बाद आधे घंटे का अतिरिक्त मैच हुआ। इस दौरान कैमरून टीम ने आक्रामक रुख अख्तियार करते हुए एक के बाद एक हमले किए लेकिन भारतीय रक्षापंक्ति ने इन हमलों को नाकाम कर दिया। अतिरिक्त समय में भी मुकाबला 2-2 की बराबरी पर ही समाप्त हुआ।

मुकाबला पेनाल्टी शूट आउट में पहुंचा। भारत की ओर से रॉबिन सिंह, सुनील छेत्री, डेंजिल फ्रेंको, मेहताब हुसैन और क्लिफोर्ड मरांडी ने अपने-अपने मौकों को गोल में तब्दील किया लेकिन कैमरून की ओर से लगाया गया अंतिम पेनाल्टी शूट गोल में तब्दील नहीं हो सका और अंतत: एक रोमांचक मुकाबले का अंत भारत की जीत के साथ समाप्त हुआ।

भारतीय टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने इस प्रतियोगिता में कुल पांच गोल दागे। उन्हें इस प्रदर्शन के लिए फाइनल मैच के साथ-साथ प्रतियोगिता का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित किया गया। फाइनल से पहले दोनों टीमें लीग स्तर पर जब पहली बार भिड़ी तो कैमरून ने उसमें बाजी मारी थी। शुक्रवार को खेले गए अंतिम राउंड रॉबिन लीग मुकाबले में कैमरून ने मेजबान टीम को 1-0 से हराया था।

दोनों टीमों की फीफा रैंकिंग में काफी अंतर है। कैमरून 59वें जबकि भारत 168वें स्थान पर है। भारत इस पांच देशों के आमंत्रण टूर्नामेंट को 2007 और 2009 में अपने नाम कर चुका था और 2012 को अपने नाम कर उसने खिताबी हैट्रिक पूरी की। दोनों बार भारतीय टीम डॉ. अम्बेडकर स्टेडियम में चैम्पियन बनी थी जबकि इस बार मैदान दूसरा था।

भारतीय टीम के नए कोच विम कोवरमैन्स टीम प्रदर्शन पर खुशी जताते हुए कहा कि इस टीम से काफी उम्मीदें हैं। उन्होंने कहा कि भारत में फुटबाल का भविष्य उज्जवल है बशर्ते कि यहां के खिलाड़ियों को सुविधाएं उपलब्ध हों। लीग स्तर पर भारत ने कुल चार मैच खेले जिनमें से उसे दो में जीत मिली जबकि एक मुकाबला ड्रॉ रहा वहीं एक मुकाबले में उसे शिकस्त झेलनी पड़ी। सात अंकों के साथ भारतीय टीम फाइनल में पहुंची थी।

कैमरून ने अपने चार मैचों में से तीन में जीत दर्ज किए थे जबकि एक मैच उसका ड्रा रहा। 10 अंकों के साथ कैमरून ने अंक तालिका में शीर्ष पर रहते हुए फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था। भारत ने लीग स्तर पर अपने पहले मुकाबले में पिछले बार की उप विजेता सीरिया को 2-1 से पराजित किया जबकि मालदीव को उसने 3-0 से शिकस्त दी। नेपाल के साथ भारत का मुकाबला गोलरहित बराबरी पर छूटा वहीं अंतिम लीग मुकाबले में कैमरन ने भारत को 1-0 से हराया। (एजेंसी)

First Published: Sunday, September 2, 2012, 22:36

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