Last Updated: Saturday, September 24, 2011, 17:50
मुंबई : भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने बीते दिनों की बात याद करते हुए कहा कि 60 के दशक में लगभग हर उभरता खिलाड़ी दिवंगत भारतीय कप्तान मंसूर अली खान पटौदी की तरह खेलने की कोशिश करता था. पटौदी का गुरूवार को नई दिल्ली में फेफड़े में संक्रमण से जूझने के बाद निधन हो गया.
भावुक गावस्कर ने पटौदी को श्रृद्धांजलि देते हुए कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि कोई भी ऐसा युवा क्रिकेटर था जो उनके जैसे चलने और उनकी तरह खेलने की कोशिश नहीं करता था.’ उन्होंने कहा कि सभी युवा खिलाड़ी उनके जैसे चलने और शाट खेलने का अनुकरण करते थे. बल्लेबाजी के अलावा पटौदी अपनी क्षेत्ररक्षण काबिलियत के लिये भी मशहूर थे.
उन्होंने कहा, ‘हम उस दौर में उनकी क्षेत्ररक्षण की काबिलियत की नकल नहीं कर सके. उनका क्षेत्ररक्षण उनकी बल्लेबाजी जितना ही रोमाचंक था.’ गावस्कर ने कहा, ‘सबसे शानदार था कि वह सिर्फ एक आंख से देखकर बल्लेबाजी करते थे और इसके अलावा कवर्स में या स्लिप में शानदार तरीके से कैच लपक लेते थे . अगर उनकी दोनों आंखें होती तो क्या होता.’
(एजेंसी)
First Published: Saturday, September 24, 2011, 23:20