Last Updated: Sunday, June 23, 2013, 21:03

लंदन : बॉलीवुड स्टार सैफ अली खान ने अपने दिवंगत पिता मंसूर अली खान पटौदी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उन्होंने अपनी शानदार नेतृत्व क्षमता से भारत को क्रिकेट मैदान पर आत्मविश्वास दिया था जिसकी टीम को जरूरत थी। लार्डस क्रिकेट मैदान पर ‘पटौदी (नवाब) ऑफ क्रिकेट के लॉन्च के मौके पर सैफ ने भारतीय पत्रकार संघ (आईजेए) द्वारा जारी हैंडबुक ‘ट्रिब्यूट टू टाइगर’ में पटौदी को श्रद्धांजलि दी।
सैफ ने हैंडबुक में लिखा, मैं खुशनसीब हूं कि वह मेरे पिता थे। मैं उनके अंतरराष्ट्रीय कैरियर के बारे में कुछ नहीं कहूंगा, बस इतना कहूंगा कि उन्होंने भारत को गौरवान्वित किया था। हमारा देश युवा और विकासशील था, जिसे आत्मविश्वास की बहुत जरूरत थी, कम से कम क्रिकेट के मैदान पर तो थी ही। उन्होंने क्रिकेट मैदान पर हमें मनोबल दिया। वह दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम के खिलाफ खेले और कभी कभार उन्हें हराया भी। उन्होंने कहा, उनका आत्मविश्वास लाजवाब था। वह कभी भी अपना आपा नहीं खोते थे, कभी भी गुस्से से उनकी आवाज उंची नहीं हुई थीं। वह अपनी पूरी जिदंगी के हर पड़ाव में बेहतरीन रहे। मैं सिर्फ इतना चाहता था कि वह अपने 70वें पड़ाव का और लुत्फ उठाते तथा इस दुनिया के बारे में मुझे कुछ और चीजें बताते।
लॉर्ड्स पर सैफ इस किताब के लांच के मौके पर उपस्थित नहीं हो सके, लेकिन उनकी मां शर्मिला टैगोर और बहनें सोहा और सबा अली खान इसमें मौजूद थी। उनके साथ पूर्व क्रिकेटर फारूख इंजीनियर और मेवाड़ के महाराणा अरविंद सिंह के अलावा एमसीसी के अधिकारी भी इसमें उपस्थित थे। शर्मिला ने किताब के संदर्भ में कहा, जब टाइगर हमें छोड़कर चले गये तब लोगों का प्यार और दर्द का देखा। यहीं से जब इस किताब का विचार आया था तो मैंने इस विचार का स्वागत किया क्योंकि मुझे कुछ करने की जरूरत थी और टाइगर को याद करने और उनके बारे में इतना कुछ सीखने से बेहतर क्या हो सकता था। इस किताब में पूर्व क्रिकेटरों के लेख और टाइगर पटौदी के करीबी लोगों से बातचीत का संकलन है। टाइग पटौदी का सितंबर 2011 में निधन हो गया था। (एजेंसी)
First Published: Sunday, June 23, 2013, 21:03