Last Updated: Friday, August 30, 2013, 19:18

कोलकाता : भारत के पूर्व क्रिकेट कप्तान सौरव गांगुली ने एशेज जीत के उन्माद में ओवल की पिच पर इंग्लैंड के खिलाड़ियों के कथित तौर पर पेशाब करने करने की निंदा की है लेकिन उन्हें नहीं लगता कि इस हरकत के लिए उन्हें सजा मिलनी चाहिए।
गांगुली ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि इंग्लैंड की टीम आस्ट्रेलिया से बेहतर थी लेकिन एशेज जीत का जश्न मनाते हुए उन्होंने हदें पार कर दीं। मैंने अखबारों में पढ़ा, यह हास्यास्पद है। जश्न मनाने में कुछ भी गलत नहीं है लेकिन आपको हदें पार नहीं करनी चाहिए। केपी और साथी (केविन पीटरसन और अन्य) काफी परिपक्व हैं, उन्हें सजा नहीं दी जानी चाहिए।
पूर्व भारतीय कप्तान ने एक टीवी चैनल से कहा कि वे स्कूल जाने वाले बच्चे नहीं है कि सुधार के लिए उन्हें सजा दी जाए। गांगुली ने 2002 नेटवेस्ट फाइनल में भारत की जीत के बाद लार्डस की बालकोनी में अपनी शर्ट उतार दी थी लेकिन इस पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा कि उनके जश्न हमेशा ड्रेसिंग रूम तक सीमित रहे।
उन्होंने कहा कि लार्डस में नेटवेस्ट फाइनल जीतने के बाद हमने अपनी हदें पार नहीं की थी। वांडर्स में भी कुछ अलग नहीं था। पाकिस्तान में सुरक्षा अलर्ट के कारण हम काफी कुछ नहीं कर पाए। गांगुली ने कहा कि लेकिन हमारा जश्न ड्रेसिंग रूम तक सीमित था, कभी मैदान पर हमने ऐसा नहीं किया। इन चीजों की तुलना उसने नहीं की जा सकती जो इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने किया। (एजेंसी)
First Published: Friday, August 30, 2013, 19:11