Last Updated: Tuesday, December 27, 2011, 10:19
मेलबर्न : रिकी पोंटिंग ने भी अपने ऑस्ट्रेलियाई साथियों की हां में हां मिलाते हुए भारत के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में निर्णय समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) नहीं होने पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि दुनियाभर में प्रत्येक श्रृंखला में लगातार डीआरएस का उपयोग किया जाना चाहिए।
माइकल हस्सी और एड कोवान पहले टेस्ट मैच के शुरुआती दिन कल विवादास्पद फैसले के शिकार बने थे। पोंटिंग ने ऐसे में भारतीय क्रिकेट बोर्ड को निशाना बनाया जिसने इस प्रौद्योगिकी के उपयोग के लिये मना किया। पोंटिंग ने एबीसी रेडियो से कहा, ‘इसे शुरू से ही प्रत्येक श्रृंखला में अनिवार्य कर देना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हम केवल भारत के खिलाफ इस श्रृंखला में ही इसका उपयोग नहीं कर रहे हैं। खिलाड़ी होने के नाते आप पूरे क्रिकेट जगत में समानता चाहते हो। हम चाहते हैं इस तरह की टेक्नोलोजी भी लगातार इसका हिस्सा बनी रहे।’
लगातार लचर फार्म के कारण हाल में पोंटिंग पर संन्यास लेने का दबाव बढ़ रहा लेकिन आस्ट्रेलिया की पहली पारी में 62 रन की आक्रामक पारी खेलने के बाद उन्होंने कहा कि अब भी उनमें सफल होने की भूख है। उन्होंने कहा, ‘मेरा शुरू से मानना है कि खेल में उम्र ज्यादा मायने नहीं रखती। मैं अब भी सफलता का भूखा हूं और पहले की तरफ कड़ी मेहनत कर रहा हूं।’ पोंटिंग ने कहा कि किसी भी अन्य क्रिकेटर की तरह वह अपने से अधिक उम्र के खिलाड़ियों जैसे सचिन तेंदुलकर से प्रेरणा लेते हैं। ‘वे प्रत्येक को प्रेरित करते हैं।’
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, December 27, 2011, 16:50