Last Updated: Saturday, September 7, 2013, 15:01
नई दिल्ली : निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला द्वारा उन पर किये गए निजी प्रहार पर प्रतिक्रिया व्यक्त करने से इनकार करते हुए कहा है कि यह बयान प्रतिक्रिया के लायक नहीं है। ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता बिंद्रा के पिता ए एस बिंद्रा पर कटाक्ष करते हुए चौटाला ने कहा था कि यदि बिंद्रा को दागियों से इतनी ही दिक्कत है तो या तो वह घर छोड़ दें या अपने पिता को घर से निकाल दें।
बिंद्रा ने इस पर प्रतिक्रिया से इनकार करते हुए ट्विटर पर कहा, मीडिया चौटाला के बयान पर मुझसे प्रतिक्रिया चाहता है। मैं कुछ कहना नहीं चाहता क्योंकि यह बयान प्रतिक्रिया के लायक नहीं है। भारतीय खेलों को साफ सुथरा बनाने के मेरे और साथी खिलाड़ियों के अभियान में कोई आड़े नहीं आ सकता। इस बीच खेल मंत्रालय ने भी एक बयान में बिंद्रा का समर्थन किया है।
मंत्रालय ने बयान में कहा, खेल और युवा कार्य मंत्रालय ने मीडिया में छपे उन बयानों को देखा है जिनमें अंतरराष्ट्रीय खेल स्पर्धाओं में देश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों को कलंकित करने वाली टिप्पणियां की गई है। इसमें कहा गया, मंत्रालय दोहराना चाहता है कि वह अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में पदक जीतने वालों को राष्ट्रीय नायक मानता है और उनके खिलाफ बयानबाजी बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ ने भी चौटाला के बयान की निंदा की है। एनआरएआई अध्यक्ष रनिंदर सिंह ने कहा कि आईओए को अपनी व्यवस्था सही करने पर ध्यान देना चाहिये। उन्होने कहा, शीशे के घरों में रहने वाले लोगों को ऐसे बयान नहीं देने चाहिये। हमारे ओलंपिक पदक विजेता पर काफी अपमानजनक शब्दों में हमला किया गया है। मैं बिंद्रा परिवार को बखूबी जानता हूं। बिंद्रा को बोलने का पूरा अधिकार है। एनआरएआई का अध्यक्ष होने के नाते मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं।
भारत में भ्रष्टाचार मुक्त खेल प्रशासन के लिये मुहिम चला रहे क्लीन स्पोर्ट्स इंडिया ने भी बिंद्रा का समर्थन किया है। सीएसआई की अध्यक्ष अश्विनी नाचप्पा ने कहा, अभय चौटाला का बयान घोर निंदनीय है। चौटाला को इस सवाल का जवाब देना चाहिये कि वह खुद जब आरोपों का सामना कर रहे हैं तो शीर्ष पद पर कैसे रह सकते हैं। उन्होंने कहा, दागी लोगों को आईओए से बाहर रखने की आईओसी की मांग पर अपने विरोध का ठोस कारण देने की बजाय चौटाला ने अभिनव के पिता को इसमें घसीटने की कोशिश की। सीएसआई के संयुक्त समन्वयक रीत अब्राहम ने कहा कि बिंद्रा सीनियर पर उंगली उठाने से पहले चौटाला को यह नहीं भूलना चाहिये कि उनके पिता ओ पी चौटाला भ्रष्टाचार के मामले में दोषी साबित हुए हैं। (एजेंसी)
First Published: Saturday, September 7, 2013, 15:01