Last Updated: Tuesday, May 1, 2012, 16:57
चेन्नई : भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 2013 में अपने संन्यास की योजना पर हो रही बातों को मंगलवार को बकवास करार देते हुए कहा कि आस्ट्रेलिया दौरे के दौरान उनके बयान को ‘बढ़ा चढ़ाकर पेश किया गया’ और उनके इस बारे में फैसला करने में अभी समय है। इस साल जनवरी में भारत के आस्ट्रेलिया दौरे के दौरान अपने बयान के संदर्भ में धोनी ने संवाददाताओं से कहा कि इसे बढ़ा चढ़ाकर पेश किया गया। धोनी ने तब कहा था कि अगर उन्हें 2015 विश्व कप में खेलना है तो उन्हें टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेना पड़ सकता है।
उन्होंने तब कहा था कि अगर मुझे 2015 विश्व कप में खेलना है तो मुझे एक प्रारूप से संन्यास लेना होगा। धोनी ने आज कहा कि वह अपने संन्यास पर फैसला फिटनेस के आधार पर लेंगे। उन्होंने कहा कि 2013 के अंत तक मुझे देखना होगा कि मेरे शरीर की क्या स्थिति है, क्या मैं 2015 में 50 ओवर का विश्व कप खेल सकता हूं। अगर मैं तब पूरी तरह फिट नहीं हुआ तो मुझे युवाओं के लिए जगह बनानी होगी। धोनी ने कहा कि अगर मुझे लगेगा कि मैं सिर्फ 2014 के अंत तक दोनों प्रारूपों (वनडे और टेस्ट) में खेल सकता हूं तो मुझे वनडे प्रारूप छोड़ना होगा क्योंकि मैं 2015 विश्व कप नहीं खेल पाउंगा। वनडे कैरियर को आगे बढ़ाने का कोई मतलब नहीं है। इसलिए यह इस तरह से है जो सबके लिए अच्छा है।
धोनी ने विस्तार से बताते हुए कहा कि आपको एक अनुभवी विकेटकीपर की जरूरत है क्योंकि यह काफी अहम स्थान है। विकेटकीपर हमेशा आधा कप्तान होता है क्योंकि वह पूरा क्षेत्ररक्षण सजाता है और कप्तान को बताता है कि बल्लेबाजी छोर से कैसा लग रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि मैं अभी संन्यास ले रहा हूं या मुझे 2013 में संन्यास लेना होगा। अब भी डेढ़ साल बचा है। किसी को नहीं पता कि क्या होगा, क्या पता कोई बड़ी चोट लग जाए और मैं क्रिकेट ही नहीं खेल पाउं। जीवन में ऐसा हो सकता है। लेकिन मेरी योजना तब के लिए है जब सब कुछ सही दिशा में हो। सचिन तेंदुलकर के राज्य सभा में मनोनीत किये जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए धोनी ने कहा कि इंतजार करिए और देखिए।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, May 2, 2012, 00:51