फेरारी कार के झंडे पर भारत ने जताया ऐतराज

फेरारी कार के झंडे पर भारत ने जताया ऐतराज

फेरारी कार के झंडे पर भारत ने जताया ऐतराजज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी

ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा में आयोजित हो रही फॉर्मूला वन कार रेस पर विवाद हो गया है। यह विवाद फेरारी कार के इटालवी नेवी का झंटा लगाए जाने को लेकर है जिसपर भारतीय विदेश मंत्रालय ने ऐतराज जताया है।

दो मछुआरों की हत्या के मामले में सुनवाई का सामना कर रहे दो इतालवी नौसैनिकों से एकजुटता दिखाते हुए फेरारी टीम ने यहां कार पर अपने देश की नौसेना का झंडा लगाया है । भारत में इसे लेकर काफी रोष है । इन इतालवी नौसैनिकों को फरवरी 2012 में दो भारतीय मछुआरों की हत्या के बाद गिरफ्तार किया गया था । फरारी ने इस झंडे को हटाने से इंकार कर दिया है।

इतालवी नौसेना का कहना है कि उसे लगा कि ये भारतीय मछुआरे सोमालियाई लुटेरे हैं जो उसकी रखवाली में रखे तेल के टैंकर लूटने आये हैं ।

दूसरी तरफ इस मुद्दे पर भारत में हो रहे विरोध पर एफवन प्रमुख बर्नी एस्सेलेटोन ने कहा कि वह अधिकारियों से बात करेंगे । बर्नी ने कहा, ‘हम इस मामले पर गौर करेंगे । हम कोई राजनीतिक संगठन नहीं हैं। लेकिन हम फार्मूला वन को राजनीति से दूर रखेंगे ।’

उन्होंने फेरारी के खिलाफ कार्रवाई की संभावना के बारे में पूछने पर कोई सीधा जवाब नहीं दिया और कहा, ‘हम इस बारे में राष्ट्रीय खेल अधिकारियों से बात करेंगे ।’ उन्होंने हालाकि स्पष्ट नहीं किया कि वह भारतीय अधिकारियों से बात करेंगे या इतालवी ।

फेरारी टीम का कहना है कि उसने दोनों देशों के बीच इस मसले पर समझौते की उम्मीद में यह कदम उठाया है । केरल सरकार ने हालांकि किसी समझौते से इंकार कर दिया है । इतालवी सरकार ने यह कहकर उन नौसैनिकों को वापस भेजने की मांग की है कि वह उन पर इटली में मुकदमा चलायेंगे ।

इटली ने भारत सरकार के रवैये पर कड़ी नाराजगी जताते हुए अपने राजदूत को भी दिल्ली से वापस बुला लिया । इतालवी मीडिया के अनुसार इटली के विदेश मंत्री जियुलियो तेरजी ने फेरारी टीम के इस फैसले का समर्थन किया है । उन्होंने कहा है कि इससे साबित होता है कि पूरा देश उन नौसैनिकों के साथ है ।

फार्मूला वन की प्रमुख टीमों में से एक फेरारी का बेस इटली के मारानेलो में है। इसके ड्राइवर फर्नांडो अलोंसो सत्र 2012 की चैम्पियनशिप रेस में रेडबुल के सेबेस्टियन वेट्टल के बाद दूसरे स्थान पर हैं। (एजेंसी)

First Published: Friday, October 26, 2012, 15:20

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