Last Updated: Friday, January 13, 2012, 13:46
दोहा : फ्लू से जूझने के बावजूद अभिनव बिंद्रा ने एशियाई निशानेबाजी चैम्पियनशिप की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीत लिया।
बीजिंग ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता बिंद्रा को ओलंपिक चैम्पियन और एशियाड चैम्पियन चीन के झू किनान से कड़ी चुनौती मिली। इस टूर्नामेंट में पहली बार स्वर्ण जीतने वाले बिंद्रा ने क्वालीफिकेशन में 100 अंक से शुरुआत की। इसके बाद उसने 99, 100, 98, 100 और 100 का स्कोर करके 600 में 597 स्कोर किया। चीन के किनान और विश्व चैम्पियन चीन के वांग ताओ एक अंक पीछे रहे।
बिंद्रा चौथी सीरीज में बढ़त हासिल कर सकते थे, लेकिन लगातार खांसी आने से उन्हें परेशानी हो रही थी। कई बार उन्हें खुद को संभालने के लिए फायरिंग प्वाइंट से पीछे हटना पड़ा। राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार प्राप्त गगन नारंग ने खराब शुरुआत से उबरते हुए 595 के क्वालीफाइंग स्कोर के साथ फाइनल में जगह बनाई। उसने पहली सीरीज में 97 को स्कोर किया और दूसरी में 99 अंक बनाए। आखिरी तीन में उसने 100 का परफेक्ट स्कोर बनाया।
भारत के सत्येंद्र सिंह ने 600 में से 582 अंक बनाए। तीनों निशानेबाजों के कुल स्कोर से भारत ने टीम का रजत पदक जीता जबकि चीन शीर्ष पर रहा। चीन ने नया विश्व और एशियाई रिकार्ड बनाते हुए 1800 में से 1783 अंक बनाए। बिंद्रा ने 10 शाट के फाइनल की शुरुआत 10.7 से की। दूसरे शाट पर उसने 10.8 अंक बनाए जिसकी नारंग और किनान ने बराबरी की। बिंद्रा ने तीसरे शाट के बाद बढ़त बना ली जब उसने 10.6 स्कोर किया। किनान का स्कोर 10 था जिसने वापसी करते हुए बढ़त बना ली। बिंद्रा ने आठवें और नौवें शाट पर 9.8 का स्कोर किया। जब स्वर्ण पदक दाव पर था तो बिंद्रा के पास सिर्फ 0.1 अंक की बढ़त थी। उसने 10.5 स्कोर करके झू पर दबाव बनाया जो फायर करने वाला आखिरी निशानेबाज था।
झू सिर्फ 10.3 स्कोर कर सके। बिंद्रा का अंतिम स्कोर 701.1 था जबकि किनान का स्कोर 700. 8 रहा। ताओ ने 699.7 अंक के साथ कांस्य पदक जीता। नारंग ने 698.2 अंक लेकर चौथा स्थान हासिल किया। फाइनल में बिंद्रा ने सर्वाधिक 104.1 अंक बनाए जबकि नारंग 103.2 स्कोर करके दूसरे स्थान पर रहे। किर्गीस्तान के रुस्लान इस्माइलोव और बायारा यांताइ ने दो ओलंपिक कोटा स्थान हासिल किए जो छठे और सातवें स्थान पर रहे। शीर्ष चार निशानेबाज पहले ही ओलंपिक कोटा स्थान पा चुके हैं।
बिंद्रा ने कहा, ‘यह अच्छा परिणाम रहा। इससे मुझे फायदा नहीं हुआ तो कोई नुकसान भी नहीं हुआ।’ उनके कोच हेंज रेंकेमेइर ने कहा, ‘मैं इस जीत से बहुत खुश हूं। हम लंदन ओलंपिक की तैयारी कर रहे हैं और हमें ऐसे ही नतीजे चाहिए। हमारा फोकस सिर्फ नतीजे पर नहीं बल्कि प्रदर्शन पर है। मैं तकनीकी दक्षता और टाइमिंग से खुश हूं।’
(एजेंसी)
First Published: Saturday, January 14, 2012, 00:12