Last Updated: Friday, September 20, 2013, 11:30
वडोदरा: बीसीसीआई के पूर्व सचिव जयवंत यशवंत लेले का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। लेले ने कल रात आखिरी सांस ली । वह 75 वर्ष के थे और उनके परिवार में पत्नी, पुत्र तथा एक पुत्री है ।
मुखर स्वभाव के लेले बीसीसीआई के सहायक सचिव और सचिव रहे जब जगमोहन डालमिया 1996 में आईसीसी के अध्यक्ष बने थे । लेले ने 13 सितंबर को ही अपना 75वां जन्मदिन मनाया था ।
भारत के पूर्व विकेटकीपर नयन मोंगिया ने बताया ,‘ उन्होंने अपने दोस्तों के साथ 75वां जन्मदिन मनाया था । वह मेरे लिये पिता समान थे । मैं हमेशा उनसे सलाह लेता था । वह 12 वर्ष की उम्र से मेरे मार्गदर्शक थे ।’ पारिवारिक सूत्रों के अनुसार लेले वाइरल संक्रमण के कारण अपने जन्मदिन पर भी स्वस्थ नहीं थे । उन्होंने बताया ,‘ सोने से पहले बाथरूम जाने के समय उन्हें दिल का दौरा पड़ा । उन्हें बिस्तर पर लाया गया लेकिन उन्होंने दम तोड़ दिया ।’
लेले के कार्यकाल में ही 2000 के मैच फिक्सिंग प्रकरण का भंडाफोड़ हुआ था जिसके बाद पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन और अजय शर्मा पर आजीवन प्रतिबंध लगा जबकि अजय जडेजा और मनोज प्रभाकर पर पांच पांच साल का प्रतिबंध लगा था ।
क्वालीफाइड अंपायर और क्लब स्तर के क्रिकेटर लेले भारतीय क्रिकेट के सबसे संकट के दौर में बोर्ड के सचिव रहे । उनके कार्यकाल में ही बीसीसीआई ने मैच फिक्सिंग के आरोपों की जांच के लिये जस्टिस चंद्रचूड़ आयोग बनाया । दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान हैंसी क्रोन्ये द्वारा फिक्सिंग के आरोप कबूल किये जाने के बाद सीबीआई को मामले की जांच सौंपी ।
लेले अक्सर अपने विचार बेबाक ढंग से रखने के कारण विवादों से घिर जाते थे । एक बार उन्होंने बोर्ड की अनुमति लिये बगैर अजित वाडेकर को अहमदाबाद में चल रहे शिविर में अतिरिक्त सदस्य के रूप में शामिल करने पर महान हरफनमौला कपिल देव के खिलाफ बोला जो उस समय टीम के कोच थे । (एजेंसी)
First Published: Friday, September 20, 2013, 11:30