Last Updated: Saturday, September 15, 2012, 19:54

चेन्नई : एक अहम फैसले में बीसीसीआई ने शनिवार को अपने संविधान में संशोधन करके अध्यक्ष पद के चुनाव की क्षेत्रीय नीति खत्म कर दी । इसके अलावा पदाधिकारियों को पुनर्निर्वाचन के जरिए दोबारा पद पर काबिज होने की सहूलियत भी दे दी।
बोर्ड की आमसभा की बैठक में तीन चौथाई से अधिक बहुमत से यह प्रस्ताव पारित हो गया। इससे कुछ सीनियर अधिकारियों का बोर्ड में अहम पद पर बने रहने का मार्ग प्रशस्त हो गया।
क्षेत्रीय नीति खत्म होने के बाद अब पूर्वी क्षेत्र दूसरे क्षेत्र से अध्यक्ष पद के उम्मीदवार का नामांकन कर सकता है बशर्ते पूर्व की दो प्रदेश ईकाइयां उसके नाम का प्रस्ताव रखें। इस बार रोटेशन के तहत अध्यक्ष पद पर पूर्वी क्षेत्र के प्रत्याशी को काबिज होना था। मौजूदा अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन का कार्यकाल सितंबर 2014 में खत्म होगा।
नए परिदृश्य में चुनाव की भी संभावना है लेकिन बीसीसीआई में अभी तक सर्वसम्मति से फैसलों का ही चलन रहा है।
इससे भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरूण जेटली के अध्यक्ष पर पर काबिज होने का मार्ग प्रशस्त हो गया। (एजेंसी)
First Published: Saturday, September 15, 2012, 19:54