Last Updated: Saturday, November 19, 2011, 12:03
नई दिल्ली : क्रिकेटर विवोद कांबली के मैच फिक्सिंग के दावे को खेल मंत्री अजय माकन ने जांच की मांग तो की, लेकिन बीसीसीआई ने शनिवार को स्पष्ट कहा कि वह इस पूर्व क्रिकेटर के आरोपों को कोई अहमियत नहीं देगा।
खेल मंत्री अजय माकन ने कहा था कि जब टीम का कोई खिलाड़ी आरोप लगाता है तो उसकी पूरी जांच होनी चाहिए। देश के लोगों को यह जानने का अधिकार है कि आखिर हुआ क्या था। खिलाड़ी के आरोप सही हो या गलत, लोगों को सच जानने का हक है।
कांबली ने यह दावा करके विवाद खड़ा कर दिया था कि श्रीलंका के खिलाफ विश्व कप 1996 सेमीफाइनल की हार के दौरान कुछ तो ‘गलत’ था, यानी मैच फिक्स था। माकन ने कहा कि इस दावे की बीसीसीआई को जांच करनी चाहिए या फिर उनका मंत्रालय जांच का आदेश दे सकता है। लेकिन क्रिकेट बोर्ड के सीनियर अधिकारी राजीव शुक्ला ने कहा कि कांबली के दावे जांच के लायक नहीं है।
संवाददाताओं से बातचीत में शुक्ला ने कहा, ‘हम कांबली के दावे को कोई अहमियत नहीं दे रहे। अगर कोई व्यक्ति 15 साल बाद जागता है और कोई आरोप लगता है तो इस पर ध्यान देना जरूरी नहीं है।’ आईपीएल के संचालन परिषद के अध्यक्ष शुक्ला ने कहा कि बीसीसीआई ने भ्रष्ट क्रिकेटरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है और ऐसे खिलाड़ियों को कभी माफ नहीं किया।
इससे पहले कांबली ने मैच पर संदेह जताते हुए कहा था कि वो 1996 के सेमीफाइनल मैच को कभी भूल नहीं सकते। वो पहले क्षेत्ररक्षण के टीम के फैसले से स्तब्ध थे जिससे मैच फिस्सिंग का शक हो रहा है।
(एजेंसी)
First Published: Sunday, November 20, 2011, 09:24