Last Updated: Sunday, June 30, 2013, 15:06

लंदन : भारत को क्रिकेट में एक साथ तीन सौगात मिली है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने घोषणा की है कि भारत वर्ष 2016 में ट्वेंटी-20 विश्वकप प्रतियोगिता और वर्ष 2021 में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप और वर्ष 2023 में 50 ओवरों वाले विश्वकप की मेजबानी करेगा।
टी-20 विश्वकप और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की मेजबानी भारत पहली बार करेगा जबकि 50 ओवरों के विश्वकप की मेजबानी चौथी बार करेगा। आईसीसी ने अपने वार्षिक सम्मेलन में वर्ष 2015 से 2023 तक के लिए अपने वैश्विक कार्यक्रमों को अंतिम रूप देने के दौरान इन तीनों प्रतियोगिताओं का आवंटन भारत को किया।
भारत ने अभी तक टी20 विश्व चैंपियनशिप की मेजबानी नहीं की है जबकि वह तीन बार 1987, 1986 और 2011 में एकदिवसीय विश्व कप का आयोजन कर चुका है। आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप पहली बार 2017 से शुरू होगी और तब जून-जुलाई में होने वाले इस टूर्नामेंट की मेजबानी इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) करेगा। भारत में चार साल बाद यह टूर्नामेंट फरवरी-मार्च में खेला जाएगा।
आईसीसी के मुख्य कार्यकारी डेविड रिचर्डसन के बयान से आईसीसी चैंपियन्स ट्राफी को लेकर लगाये जा रही अटकलों पर भी विराम लग गया। उन्होंने कहा, ‘इंग्लैंड और वेल्स में खेली गयी आईसीसी चैंपियन्स ट्राफी की काफी प्रशंसा की गयी लेकिन प्रत्येक प्रारूप के लिये हर चार साल में एक टूर्नामेंट आयोजित करवाना सही है और इसलिए आईसीसी बोर्ड ने चैंपियन्स ट्राफी की जगह आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के आयोजन पर सहमति जतायी।’
ईसीबी इसके अलावा 2019 में विश्व कप की मेजबानी करेगा जबकि क्रिकेट आस्ट्रेलिया को 2020 के में विश्व टी-20 के आयोजन का मौका मिला है। आईसीसी बोर्ड ने खेल के तीनों प्रारूपों विशेष टेस्ट क्रिकेट के बीच संतुलन बनाने की योजना का समर्थन किया। उसने इस सिफारिश को मंजूरी दी जिसके अनुसार पूर्णकालिक सदस्य देशों को प्रत्येक चार साल में कम से कम 16 टेस्ट मैच खेलने चाहिए।
आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के चक्र के बीच खेले जाने वाले एकदिवसीय मैचों से टीम रैंकिंग तय करने के लिये आईसीसी बोर्ड ने वनडे रैंकिंग की अवधि को तीन साल से बढ़ाकर चार साल कर दिया है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, June 30, 2013, 09:08