Last Updated: Saturday, January 21, 2012, 08:40
एडिलेड : वीरेंद्र सहवाग यदि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच की दोनों पारियों में दोहरे अंक में नहीं पहुंच पाते हैं तो 26 महीनों और 25 टेस्ट मैच में पहली बार उनका औसत 50 रन प्रति पारी से नीचे गिर जाएगा।
इस तरह की किसी संभावना पर अधिकतर का जवाब हां होगा जिससे पता चलता है कि पिछले चार साल में सहवाग का विदेशी सरजमीं पर ल कितना गिरा है। इस दौरान के आंकड़ों से पता चलता है कि न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के पिछले चार दौरों में सहवाग का औसत 30 तक नहीं पहुंच पाया। उन्होंने 21 पारियों में 500 से कम रन बनाये हैं और केवल दो अर्धशतक जड़े हैं। महेंद्र सिंह धोनी और सुरेश रैना को तो छोड़िये, यहां तक कि हरभजन सिंह ने भी इस दौरान उनसे बेहतर प्रदर्शन किया।
ध्यान देने वाली बात है कि इन 21 पारियों में से 16 बार वह तेज गेंदबाजों के शिकार बने। अब कोई भी तेज गेंदबाज अनुकूल परिस्थितियों में स्विंग के सहारे दुनिया के विस्फोटक बल्लेबाज सहवाग के विकेट की उम्मीद कर सकता है।
सहवाग का न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका में एक दो पारियों को छोड़ दिया जाए तो कभी अच्छा रिकार्ड नहीं रहा। एडिलेड में 2008 के बाद वह भारतीय उपमहाद्वीप से बाहर विदेशों में अच्छी पारी नहीं खेल पाए हैं।
इस दौरे में हालांकि लेंथ वाली गेंदों ने उन्हें काफी परेशान किया है क्योंकि इससे वह अपने बल्ले को तेजी से कोण बनाकर नहीं घुमा पाते। वह गेंद की जो लाइन लग रही है उस पर भी हिट नहीं कर सकते क्योंकि वह स्विंग हो सकती है। यदि वह हिट करने की कोशिश करते हैं तो गली में कैच जा सकता है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, January 21, 2012, 14:11