Last Updated: Thursday, December 20, 2012, 18:25

नई दिल्ली : भारतीय तेज गेंदबाजों के इंग्लैंड के खिलाफ नाकाम रहने के बाद पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अकरम को भारतीय गेंदबाजी का भविष्य निराशाजनक लगता है और उनका मानना है कि नये खिलाड़ियों को टीम में मौके दिये जाने चाहिए। इंग्लैंड के खिलाफ चार मैचों की श्रृंखला में स्पिनर प्रज्ञान ओझा (20 विकेट) और रविचंद्रन अश्विन (12 विकेट) के अलावा कोई भी अन्य भारतीय गेंदबाज पांच से अधिक विकेट नहीं ले पाया। भारत ने यह श्रृंखला 1-2 से जीती थी।
अकरम ने कहा, ईमानदारी से कहूं तो भारतीय गेंदबाजी का भविष्य निराशाजनक दिख रहा है। जहीर खान तीन टेस्ट मैचों में औसत गेंदबाज लग रहा था और इसके बाद उसे बाहर कर दिया गया। इशांत शर्मा टुकड़ों में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पांच साल बिताने के बाद आपसे लगातार बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद की जाती है। उन्होंने ईएसपीएनस्टार . कॉम से कहा, मुझे डर है कि वह मोहम्मद समी के नक्शेकदमों पर आगे बढ़ रहा है जो अपने कौशल का सही इस्तेमाल नहीं कर पाया। उमेश यादव का लगता है कि चोटों से नाता है जबकि चयनकर्ताओं ने वरुण आरोन को नहीं चुना।
अकरम ने कहा कि अब समय है जबकि भारतीय चयनकर्ताओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफल होने की क्षमता रखने वाले युवा खिलाड़ियों का चयन करना चाहिए। उन्होंने कहा, मैं शमी अहमद को मौका देने की सिफारिश करूंगा। बंगाल का यह गेंदबाज केवल 22 साल का है और उसमें काफी संभावनाएं हैं। कोलकाता नाइटराइडर्स के साथ जुड़े रहने के कारण मैं 2011 से उसके साथ काम कर रहा हूं। मुझे लगता है कि उस जैसे गेंदबाजों को भारतीय टीम में जगह दी जानी चाहिए। अकरम ने इसके साथ ही कहा कि इंग्लैंड का सहयोगी स्टाफ भारतीयों से बेहतर था। (एजेंसी)
First Published: Thursday, December 20, 2012, 18:25