मजाक के लिये भी होती है छींटाकशी : तेंदुलकर

मजाक के लिये भी होती है छींटाकशी : तेंदुलकर

मजाक के लिये भी होती है छींटाकशी : तेंदुलकरमुंबई : दुनिया के कई खतरनाक तेज गेंदबाजों का सामना कर चुके सचिन तेंदुलकर का मानना है कि तेज गेंदबाजों द्वारा की गई छींटाकशी को अच्छे मजाक के तौर पर लिया जाना चाहिये ।

गेमिंग सेंटर स्माश के ब्रांड दूत बने तेंदुलकर ने वसीम अकरम जैसे तेज गेंदबाजों द्वारा की गई छींटाकशी के बारे में पूछे जाने पर कहा कि 90 मील प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकने वालों का सामना करना अलग अनुभव होता है । वसीम विश्व स्तरीय गेंदबाज थे । क्रिकेट के महानतम गेंदबाजों में से एक।

उन्होंने कहा कि इन महान खिलाड़ियों के साथ हर अनुभव के पीछे हंसी मजाक भी होता है । कई बार वे कई बातें बोलते हैं लेकिन जो सुनने लायक नहीं होती उसे रिकार्ड नहीं किया जाता । उन्होंने कहा कि इन महान गेंदबाजों का सामना करना अद्भुत अनुभव रहा है । कोई क्रिकेटर वार्न या मुरलीधरन, ब्रेट ली या मलिंगा का सामना कैसे करेगा । इस अनुभव के लिये उन्हें खेलना जरूरी है । आपकी नाक के पास से गेंद 90 मील प्रति घंटे की रफ्तार से जा रही है और इसका अनुभव करके ही महसूस किया जा सकता है । (एजेंसी)

First Published: Tuesday, November 6, 2012, 08:29

comments powered by Disqus