Last Updated: Wednesday, December 5, 2012, 18:10
जालंधर : आस्ट्रेलिया में चल रही चैंपियंस ट्राफी हाकी में भारत के मिश्रित प्रदर्शन के बाद पूर्व ओलंपियन परगट सिंह ने राष्ट्रीय टीम के आस्ट्रेलियाई कोच माइकल नोब्स को नेतृत्व क्षमता की कमी वाला कोच करार देते हुए कहा है कि ओलंपिक के बदतर प्रदर्शन को अब किसी भी तरीके से ढकना मुश्किल है।
भारतीय हाकी टीम के पूर्व कप्तान परगट ने कहा, ‘‘माइकल नोब्स में नेतृत्व की क्षमता नहीं है। वह एक अच्छे प्रशासक हो सकते हैं लेकिन बेहतर कोच नहीं क्योंकि टीम का लचर प्रदर्शन अब भी जारी है।’’ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न टूर्नामेंट में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व कर चुके परगट ने कहा, ‘‘उनमें नेतृत्व की गुणवत्ता की कमी है । मुझे लगता है कि नोब्स सही तरीके से खिलाड़ियों को निर्देशित नहीं कर पा रहे हैं । खेल पर भी उनका ध्यान शायद कम है। जर्मनी के साथ हालिया मैच में बढ़त के बावजूद हार जाना इस बात की पुष्टि करता है ।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि मौजूदा टूर्नामेंट में हमारी टीम का प्रदर्शन अच्छा है । यह भी स्पष्ट है कि जब असली टक्कर देने वाली टीम से सामना हुआ तो हम बढ़त के बावजूद मैच हार गए । यह भी एक दूसरी सचाई है जिससे मुंह नहीं मोड़ा जा सकता है ।’’
पूर्व भारतीय कप्तान परगट ने कहा, ‘‘वह किस प्रकार की कोचिंग दे रहे हैं कि टीम किसी भी मैच को जीतते जीतते हार जाती है । खिलाड़ियों की कमजोरी कहां है इस पर शायद उनका :नोब्स का: ध्यान नहीं जा रहा है । जर्मनी के साथ जिस स्थिति में मैच में हार हुई है इससे ऐसा लगता है कि कोच कोचिंग के क्षेत्र में कमजोर हो रहा है।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या चैंपियंस ट्राफी में अब तक का प्रदर्शन कुल मिलाकर ठीक है, उन्होंने कहा, ‘‘नहीं । मेरे हिसाब से औसत है क्योंकि जर्मनी के खिलाफ जिन परिस्थितियों में हम हारे, वह शर्मनाक है ।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इससे भी शर्मनाक ओलंपिक का प्रदर्शन था । जिसे ऐसे किसी भी प्रदर्शन से ढका नहीं जा सकता है ।’’
क्या नोब्स को कोच पद से हटा देना चाहिए, यह पूछने पर इस पूर्व खिलाड़ी ने कहा, ‘‘कोच को हटा देने से अगर हर समस्या का समाधान हो जाए तो ठीक है । लेकिन क्या कोच को हटाने से हाकी सुधर जाएगी । नोब्स को हटा देने से तथा किसी और को ले आने से रातों रात कोई जादू नहीं हो जाएगा ।’’ आप इस स्थिति के लिए किसे जिम्मेदार मानते हैं, इस पर इस पूर्व कप्तान ने कहा, ‘‘निश्चित तौर पर हाकी प्रबंधन ही जिम्मेदार है । अंदर की बहुत चीजें हैं जिन्हें प्रबंधन को दूर करने की आवश्यकता है । अगर ऐसा नहीं हुआ तो देश में हाकी खत्म ही हो जाएगी ।’’ परगट ने कहा, ‘‘नोब्स में कुछ अच्छी चीजे हैं । हमें उन अच्छी चीजों को ग्रहण करना चाहिए । यह जरूरी नहीं कि हर चीज के लिए नोब्स पर ही निर्भर रहें । उनका काम कोचिंग का है और निर्णय करने का काम प्रबंधन का है ।’’ (एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 5, 2012, 18:10