मुंबई टेस्ट ड्रॉ, भारत ने 2-0 से जीती सीरीज - Zee News हिंदी

मुंबई टेस्ट ड्रॉ, भारत ने 2-0 से जीती सीरीज

ज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी

मुंबई: प्रज्ञान ओझा और आर. अश्विन की बलखाती गेंदों के दम पर वेस्टइंडीज की बल्लेबाजी को ध्वस्त करने के बाद भारत तीसरे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट में जीत की दहलीज पर पहुंचा, लेकिन मेहमान टीम ने अंतिम क्षणों में वापसी करते हुए आखिरी गेंद पर मैच ड्रॉ करा लिया।

 

पहली पारी में 108 रन की बढ़त गंवाने के बाद भारत ने ओझा (47 रन पर छह विकेट) और अश्विन (34 रन पर चार विकेट) की फिरकी के जादू की बदौलत वेस्टइंडीज को दूसरी पारी में सिर्फ 134 रन पर ढेर कर दिया जिससे मेजबान टीम को पांचवें दिन 64 ओवर में जीत के लिए 243 रन का लक्ष्य मिला। भारत को वीरेंद्र सहवाग (65 गेंद में 60 रन) ने आक्रामक शुरुआत दिलाई लेकिन अहम मौकों पर विकेट गंवाने के कारण मेजबान टीम को अंतिम ओवर में 9 विकेट पर 242 रन के स्कोर के साथ श्रृंखला में 2-0 की जीत के साथ ही संतोष करना पड़ा।

 

इससे पहले वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों की अनुभवहीनता और भारतीय स्पिनरों के दमदार प्रदर्शन ने नीरस मैच में जान डाल दी जो कल तक ड्रॉ की ओर बढ़ता दिख रहा था। आज दो विकेट पर 81 रन से आगे खेलने उतरे वेस्टइंडीज ने वानखेड़े स्टेडियम की पिच पर सुबह के सत्र में अपने अंतिम आठ विकेट सिर्फ 53 रन जोड़कर गंवा दिए। भारत के पुछल्ले बल्लेबाज हालांकि युवा विराट कोहली (63) के उम्दा प्रदर्शन के बावजूद टीम को लक्ष्य हासिल करने तक नहीं पहुंचा पाए। अनुभवी राहुल द्रविड़ (33) और वीवीएस लक्ष्मण (31) ने भी उपयोगी पारियां खेली।

 

भारत को फिडेल एडवर्डस के अंतिम ओवर में जीत के लिए तीन रन की दरकार थी लेकिन वरूण आरोन पहली तीन गेंद में रन नहीं बना पाए। आरोन ने चौथी गेंद पर एक रन रन लिया जिसके बाद अश्विन ने पांचवीं गेंद खाली खेली। भारत को जीत के लिए अंतिम गेंद पर दो रन की जरूरत थी लेकिन अश्विन रन आउट होने से पहले एक ही रन ले पाए। कोहली के आउट होने के बाद भारत को लक्ष्य तक पहुंचाने की जिम्मेदारी पुछल्ले बल्लेबाजों पर थी लेकिन वे नाकाम रहे। अंतिम ओवर तक भी मैच में चारों नतीजे संभव लग रहे थे।
टेस्ट मैच का अंतिम दिन बेहद रोमांचक रहा जिसमें 17 विकेट गिरे जबकि पहले चार दिन बल्लेबाजों का दबदबा रहा था।

 

वेस्टइंडीज के इस मुश्किल में फंसने के लिए हालांकि उसके बल्लेबाज जिम्मेदार रहे जो अंतिम दिन विकेट पर टिकने में नाकाम रहे। कल एड्रियन बराथ और किर्क एडवर्डस को पवेलियन भेजने वाले ओझा ने आज चार विकेट और चटकाकर श्रृंखला और अपने कैरियर में दूसरी बार पांच विकेट हासिल किये। अश्विन ने भी चार विकेट चटकाए। ओझा ने आज  सलामी बल्लेबाज क्रेग ब्रेथवेट (35) को तेंदुलकर के हाथों कैच कराया लेकिन ड्वेन ब्रावो (48) के आउट होने बाद वेस्टइंडीज की बल्लेबाजी ढह गई और टीम ने सिर्फ 10.3 ओवर में सात विकेट गंवाए। ब्रावो को ओझा ने अपनी ही गेंद पर लपका।

 

मार्लन सैमुअल्स (0) को इसके बाद ओझा की गेंद पर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने स्टंप किया। वह ओझा का पांचवां शिकार बने। अश्विन ने विकेट कीपर कार्लटन बा (01) को बोल्ड करके पहली सफलता हासिल की। तमिलनाडु के इस युवा स्पिनर ने इसके बाद कीरोन पावेल (11) को पगबाधा आउट करके वेस्टइंडीज का स्कोर सात विकेट पर 120 रन कर दिया। ओझा ने इसके बाद रवि रामपाल (0) को सचिन तेंदुलकर के हाथों कैच कराया जबकि अश्विन ने चार गेंद पर वेस्टइंडीज के कप्तान डेरेन सैमी और देवेंद्र बिशू को लगातार गेंदों पर पवेलियन भेजकर वेस्टइंडीज की पारी का अंत किया।

 

ओझा ने मैच में 193 रन देकर सात जबकि अश्विन ने 190 रन देकर 9 विकेट हासिल किया। अश्विन ने श्रृंखला में 22 जबकि ओझा ने 20 विकेट हासिल किए। भारत की पहली पारी में शतक भी जड़ने वाले अश्विन को मैन ऑफ द मैच और मैन ऑफ द सीरीज चुना गया। लक्ष्य का पीछा करने उतरे भारत ने सबसे पहले गौतम गंभीर (12) का विकेट गंवाया जो लगातार दूसरी बार खराब शाट खेलकर फिडेल एडवर्डस ही गेंद पर सैमी को कैच दे बैठे। सहवाग को छह, 13 और 27 रन के निजी स्कोर पर क्रमश: रवि रामपाल, बिशू और सैमी ने जीवनदान दिया जिसका फायदा उठाते हुए उन्होंने 61 गेंद में सात चौकों की मदद से अपने कैरियर का 30वां टेस्ट अर्धशतक पूरा किया।

 

सहवाग हालांकि बिशू की गेंद पर सैमी को कैच देकर पवेलियन लौट गए। उन्होंने 65 गेंद का सामना करते हुए आठ चौके मारे। पहली पारी में सिर्फ छह रन से करियर का 100वां शतक जड़ने से चूके तेंदुलकर भी इसके बाद मार्लन सैमुअल्स की गेंद पर किर्क एडवर्डस को कैच दे बैठे। उन्होंने सिर्फ तीन रन बनाए। चार ओवर बाद द्रविड़ भी स्थानापन्न खिलाड़ी दिनेश रामदीन को कैच दे बैठे जिससे भारत का स्कोर चार विकेट पर 113 रन हो गया।
द्रविड़ के आउट होने के बाद भारत को 40 ओवर में 130 रन की जरूरत थी और विकेट से स्पिनरों को मिल रही मदद को देखते हुए भारत के लक्ष्य का पीछा करने की संभावना कम ही जताई जा रही थी।

 

लक्ष्मण और कोहली ने हालांकि पांचवें विकेट के लिए 52 रन जोड़कर भारत को जीत की राह पर बनाये रखा। लक्ष्मण 31 रन बनाने के बाद रवि रामपाल की गेंद को पुल करने की कोशिश में बराथ को आसान कैच दे बैठे। भारत ने इसके बाद कप्तान धोनी (13) का विकेट भी गंवा दिया जिससे टीम का स्कोर छह विकेट पर 189 रन हो गया। कोहली ने अश्विन (14) के साथ 35 रन जोड़कर भारत को लक्ष्य के करीब पहुंचाया। कोहली लेग स्पिनर बिशू की गेंद पर बैकवर्ड प्वाइंट पर सैमी को कैच देकर पवेलियन लौटे। भारत को इस समय जीत के लिए 29 गेंद में 19 रन की जरूरत थी।

 

अश्विन और इशांत शर्मा (10) ने इसके बाद भारत को जीत के चार रन के दायरे में पहुंचाया लेकिन रवि रामपाल ने इशांत को बोल्ड कर दिया। आरोन और अश्विन इसके बाद अंतिम सात गेंद में सिर्फ तीन ही रन जोड़ पाये जिससे भारत रोमांचक जीत से वंचित रह गया।

First Published: Sunday, November 27, 2011, 11:23

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