मुक्केबाजी में कृष्णन का पदक पक्का - Zee News हिंदी

मुक्केबाजी में कृष्णन का पदक पक्का

नई दिल्ली : युवा भारतीय मुक्केबाज विकास कृष्णन (69 किग्रा) ने बुधवार को मोलदोवा के वासली बेलास पर रोमांचक जीत दर्ज कर अजरबेजान के बाकू में चल रही विश्व चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में पहुंचकर कांस्य पदक पक्का किया. विकास ने यह बाउट 9-8 से जीती और अब उनका मुकाबला यूक्रेन के यूरोपीय चैम्पियनशिप के कांस्य पदकधारी तारस शेलेस्तुक से होगा.

19 वर्षीय कृष्णन की यह पहली विश्व चैम्पियनशिप है और दिन की अंतिम बाउट में उन्होंने आक्रामक शुरूआत कर अपने प्रतिद्वंद्वी पर पहले राउंड से तेज पंचों से प्रहार जारी रखा. इससे पहले एल देवेंद्रो सिंह (49 किग्रा), मनोज कुमार (64 किग्रा) और जय भगवान (60 किग्रा) क्वार्टर फाइनल में मजबूत प्रतिद्वंद्वियों से हारकर बाहर हो गए.

देवेंद्रो और मनोज इस चैम्पियनशिप में पदक की उम्मीद लगाए थे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका. देवेंद्रो को एशियाई चैम्पियन और दूसरे वरीय शिन जोंग हून से 16-28 से जबकि मनोज को पांचवें वरीय इंग्लैंड के थॉमस स्टाकर से 18-24 से हार मिली.
23 वर्षीय कोरियाई मुक्केबाज हून ने आक्रमण करने से पहले भारतीय मुक्केबाज के पंचों को परखा. उसने देवेंद्रो को आक्रमण के लिए उकसाया और फिर चालाकी से इस भारतीय को ऑफ गार्ड देखकर कई बार पंच जमाये जिससे शुरूआती राउंड में स्कोर 11- 9 हो गया.
दूसरे राउंड में भी ऐसा ही हुआ. देवेंद्रो पांच अंक जुटाने में सफल रहे लेकिन 14-20 से पिछड़ गए. तीसरे राउंड में भी यही सिलसिला जारी रहा और हून ने आसानी से जीत दर्ज कर ली.
राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदकधारी मनोज राष्ट्रमंडल खेलों के एक अन्य स्वर्ण पदकधारी (लाइटवेट 60 किग्रा वर्ग में) से हार गए जिसने इस साल की यूरोपीय चैम्पियनशिप में भी रजत पदक प्राप्त किया था. दोनों मुक्केबाजों ने सतर्कता से शुरूआत की लेकिन स्टाकर ने शुरूआती राउंड में केवल एक अंक की बढ़त बनाई और यह भारतीय 4-5 से पिछड़ रहा था. दूसरे राउंड में मनोज ने अपरकट से प्रतिद्वंद्वी के डिफेंस को तोड़ने की कोशिश की लेकिन पांच फुट 10 इंच के स्टाकर पर जैसे इसका कोई असर ही नहीं पड़ा. स्टाकर ने अपने हुक्स और ताकतवर पंचों से दूसरे राउंड की बढ़त को 16-11 कर दिया. मनोज ने अंतिम राउंड में पूरी कोशिश की लेकिन वह वापसी नहीं कर सके और 27 वर्षीय ब्रिटिश मुक्केबाज ने बाउट जीत ली.(एजेंसी)

First Published: Wednesday, October 5, 2011, 23:34

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