Last Updated: Tuesday, February 28, 2012, 12:31
होबार्ट : विराट कोहली के नाबाद 133 रन से भारत ने मंगलवार को यहां त्रिकोणीय श्रृंखला के महत्वपूर्ण एक दिवसीय क्रिकेट मैच में श्रीलंका पर सात विकेट की दर्ज की और इस बल्लेबाज ने इसे अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी करार किया।
कोहली ने मैच के बाद पत्रकारों से कहा, यह मेरे करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी होनी चाहिए। हम जिन हालात में थे, 320 के लक्ष्य का पीछा करते हुए हमें बोनस अंक की जरूरत थी इसलिये यह अहम मैच था और सही समय पर ऐसी पारी खेलने के बाद मुझे लगता है कि यह मेरे लिये शानदार पारी थी। यह पूछने पर कि क्या यह पारी उनके आलोचकों को करारा जवाब देगी तो उन्होंने कहा कि इससे अधिक यह पारी खुद को साबित करने के लिये थी।
कोहली ने कहा, आलोचक हमेशा रहते हैं, यह पारी इससे कहीं अधिक खुद को साबित करने की थी। अगर आप अच्छा खेलते हो तो आप टीम को जीत की ओर ले जाते हो। यह पारी खेलकर सचमुच अच्छा लग रहा है। उन्होंने कहा, पर्थ में मेरी पारी से पहले मैं सोच रहा था कि मीडिया में क्या चल रहा होगा लेकिन इसके बाद मैंने खबरें देखना बंद कर दिया। मैंने खुद को सकारात्मक सोचने के लिये कहा और यह भी कि रन नहीं बनाने का कोई कारण नहीं है। मैंने भरोसा बनाये रखा और मुझे लगता है कि यही महत्वपूर्ण था।
उन्होंने कहा, पिछले मैचों में मैंने कुछ गलतियां की तथा 20 और 30 रन बनाकर आउट हुआ। मैंने प्रत्येक गेंद खेलने की कोशिश की और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में हमेशा ऐसा नहीं होता है। यह संभवत: वनडे में मेरी सर्वश्रेष्ठ पारी है। यह बेहद खास अहसास है। श्रीलंकाई कप्तान महेला जयवर्धने ने कहा कि जब कोहली जैसा खिलाड़ी बल्लेबाजी के लिये आदर्श पिच पर इस तरह का प्रदर्शन कर रहा हो तब कोई भी कुछ नहीं कर सकता।
उन्होंने कहा, जब वह इस तरह से बल्लेबाजी कर रहा हो तब आप कुछ नहीं कर सकते। टूर्नामेंट में पहली बार हमारे गेंदबाजों ने खराब प्रदर्शन किया। केवल कोहली ही नहीं अन्य बल्लेबाजों ने भी बेहतरीन खेल दिखाया। जयवर्धने हालांकि फाइनल्स के लिये क्वालीफाई करने के प्रति आश्वस्त दिखे। उन्होंने कहा, क्वालीफाई करना अब भी हमारे हाथ में जो कि अच्छा है। उम्मीद है कि हम इस हार से उबरकर मेलबर्न में जीत दर्ज करेंगे।
कोहली की नाबाद पारी ने भारत को श्रीलंका पर 36.4 ओवर में ही जीत दिलाने में मदद नहीं की बल्कि उसे निहायत जरूरी बोनस अंक भी दिलाया जिससे टीम टूर्नामेंट के फाइनल्स की दौड़ में बनी हुई है। इस मध्यक्रम बल्लेबाज ने कहा कि टीम के लिये यह जीत काफी अहम।
उन्होंने कहा, जब आपके पास केवल एक मैच ही बचा हो तो आपको इसी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होता है। हम ऐसा करने में सफल रहे जिससे हम संतुष्ट हो सकते हैं। कोहली ने कहा, ऑस्ट्रेलिया में निराशाजनक दौरे के बाद ऐसी जीत महत्वपूर्ण होती है। हम इस मैच से काफी सकारात्मक चीजें सीखेंगे। इससे दिखता है कि टीम किसी भी समय ऐसा प्रदर्शन कर सकती है।
इस 23 वर्षीय बल्लेबाज ने कहा कि अगर भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल्स में पहुंच जाती है तो भी इसी जज्बे से खेलना जारी रखेगी। उन्होंने कहा, अगर हम फाइनल्स में पहुंच जाते हैं तो हम आज जैसा ही प्रदर्शन करेंगे। हम हिचकिचाएंगे नहीं और आज जैसा ही खेल दिखायेंगे। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, February 28, 2012, 18:07