मैं कुछ विशेष करना चाहता हूं: हरभजन--I want to do something special, says Harbhajan

मैं कुछ विशेष करना चाहता हूं: हरभजन

मैं कुछ विशेष करना चाहता हूं: हरभजन मुंबई : आफ स्पिनर हरभजन सिंह आस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी चार मैचों की टेस्ट श्रृंखला के लिये भारतीय क्रिकेट टीम में वापसी करना चाहते हैं और आज उन्होंने ईरानी कप मैच को इसके लिये ‘सबसे बड़ा’ मौका करार किया। यह 32 वर्षीय गेंदबाज शेष भारत टीम का हिस्सा हैं, जो कल रणजी ट्राफी चैम्पियन मुंबई से भिड़ेगी। हरभजन ने कहा कि वह इस महीने के अंत में शुरू होने वाली आस्ट्रेलियाई श्रृंखला के लिये चुने जाने के मद्देनजर कुछ विशेष करना चाहते हैं।

उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘अगर मैं अच्छा करूंगा तो मेरे पास भारतीय टीम में वापसी करने का मौका है और आस्ट्रेलियाई टीम भी आ रही है, इसलिये श्रृंखला शुरू होने से पहले यह मेरे लिये यह बड़ा मैच होगा। ’’ हरभजन ने कहा, ‘‘मैं कुछ विशेष करना चाहता हूं। मैं विकेट के लिये दौड़ने के बजाय रिलैक्स होकर अच्छी गेंदबाजी करना चाहता हूं। विकेट मिल जायेंगे, आज नहीं तो कल ऐसा होगा। मेरा लक्ष्य अच्छी गेंदबाजी करना है और अगर मैं ऐसा करूंगा तो मुझे इसका ईनाम भी मिलेगा। ’’ इस आफ स्पिनर ने 99 टेस्ट में अभी तक 408 विकेट चटकाये हैं और अगर उन्हें आगामी घरेलू श्रृंखला के लिये टीम में चुना जाता है तो वह 100 टेस्ट मैच खेलने वाले भारतीय खिलाड़ियों के क्लब में शामिल हो जायेंगे जिसमें नौ नाम मौजूद हैं।

हरभजन ने कहा, ‘‘मैं 100वें टेस्ट या इसके बारे में नहीं सोच रहा हूं। मैं इस मैच के लिये तैयार हूं और उम्मीद है कि मैच मेरे लिये अच्छा रहेगा तथा हम बतौर टीम अच्छा करेंगे। मैं इससे आगे के बारे में 100वां टेस्ट खेलने के बारे में नहीं सोचना चाहता। अगर मुझे चुना जायेगा तो यह शानदार होगा और यह टीम इंडिया के लिये कुछ विशेष करने के लिये यह बढ़िया मौका होगा। ’’ भारत की ओर से 100 टेस्ट मैच खेलने वाले नौ क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर (194), राहुल द्रविड़ (163), वीवीएस लक्ष्मण (134), अनिल कुंबले (132), कपिल देव (131), सुनील गावस्कर (125), दिलीप वेंगसरकर (116), सौरव गांगुली (113) और वीरेंद्र सहवाग (102) हैं।

हरभजन ने कहा कि कभी कभी व्यक्तिगत उपलब्धियां भी खिलाड़ी पर दबाव बढ़ा देती हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जब आप 100 टेस्ट मैचों के करीब होते हैं तो कभी कभार यह चीज आप पर दबाव बना देती है। यहां तक कि जब आप 90 से 100 रन के बीच में बल्लेबाजी कर रहे होते हो, जब आपने चार विकेट झटक लिये हों और आप पांच विकेट चटकाने से एक विकेट दूर हों तो भी यह आपके दिमाग में रहता है। बतौर खिलाड़ी आपको इसके बारे में ज्यादा सोचने के बजाय खेल में बने रहने की जरूरत होती है। ’’ हरभजन ने कहा, ‘‘पिछले साल के बाद से मैं काफी चीजें करने की कोशिश कर रहा हूं, अपना 100वां टेस्ट खेलने का प्रयास कर रहा हूं लेकिन जब मैंने शुरूआत की थी तो मैं कभी नहीं सोचा था कि मैं यहां तक पहुंच पाउंगा। ’’ (एजेंसी)

First Published: Tuesday, February 5, 2013, 18:44

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