मैंने अभी संन्यास के बारे में नहीं सोचा : सचिन तेंदुलकर| Sachin Tendulkar

मैंने अभी संन्यास के बारे में नहीं सोचा : सचिन तेंदुलकर (INTERVIEW)

मैंने अभी संन्यास के बारे में नहीं सोचा : सचिन तेंदुलकर (INTERVIEW)ज़ी मीडिया ब्यूरो

मुंबई : महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट से अपने संन्यास को लेकर लग रही अटकलों को एक बार फिर खारिज किया है। ज़ी न्यूज के संपादक सुधीर चौधरी से खास बातचीत में सचिन ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि इस बारे में मुझे अभी सोचने की जरूरत है।’

यह पूछे जाने पर कि पूरा देश यह जानना चाहता है कि सचिन संन्यास कब लेने जा रहे हैं। इस पर सचिन ने पूछा, ‘कहां पर ऐसी आवाजें उठ रही हैं।’ इस बात की अटकलें लग रही हैं कि सचिन इस साल के बाद अपना 200वां टेस्ट मैच अपने गृहनगर मुंबई में खेल सकते हैं और यह उनका अंतिम मैच होगा। इसके बाद वह संन्यास की घोषणा कर देंगे।

संन्यास पर लग रही अटकलों एवं अपने करियर से जुड़े सवालों का सचिन ने इस साक्षात्कार में बेहद ईमानदारी से जवाब दिया। सचिन का यह विशेष साक्षात्कार ज़ी न्यूज पर मंगलवार रात 8 बजे और ‘डेली न्यूज एंड एनालिस्ट’ में रात 9 बजे प्रसारित हुआ।

सचिन से यह पूछे जाने पर कि पूरा देश उन्हें ‘क्रिकेट के भगवान’ के रूप में देखता है। इस पर सचिन ने मुस्कुराते हुए कहा, ‘मैं भगवान नहीं हूं, मैं केवल क्रिकेट खेलता हूं। ऊपर वाले का आशीर्वाद है, अब तक जो भी मेरे जीवन में आया उसका शुक्रिया।’

सचिन ने आगे कहा, ‘हम सभी गलतियां करते हैं, अगर मैं गलती नहीं करता तो कभी आउट ही नहीं होता।’ सुधीर चौधरी के इस सवाल पर कि मैच में उतरने से पहले सचिन किस तरह की मानसिक तैयारी करते हैं। इस पर सचिन ने कहा, ‘अपने मैच से पहले मैं थोड़ी तैयारी करता हूं। आम जीवन में भी मानसिक तैयारी की जरूरत होती है।’

सुधीर चौधरी द्वारा यह पूछे जाने पर कि ऐसे समय में जब खेल विवादों में फंस रहे हैं, ऐसे में उन्होंने अपनी विश्वसनीयता कैसे बरकरार रखी है। इस पर सचिन ने कहा, ‘स्कूल के समय में, जब मैं कुछ हासिल करता था तो घर में साधारण तरीके से खुशी मनाई जाती थी। भगवान को मिठाई भेंट की जाती थी। मेरे भाई हमेशा कहते थे कि लोगों को मैच के बारे में बात करने दो और तुम आगे बढ़ते रहे।’

अपने पिता के बारे में पूछे गए सवाल पर सचिन ने कहा, ‘मैं अपने पिता को काफी याद करता हूं। मैंने अपने पिता को 1999 में खो दिया। उनका निधन हुए काफी समय बीत गया है। उनके निधन के बाद काफी चीजें हुई हैं औऱ मैं उन्हें याद करता हूं।’

सुधीर चौधरी ने जब सचिन से उनकी सपने की कार में पूछा तो वह पुरानी यादों में खो गए। सचिन ने कहा, ‘जब मैं छोटा था तो मेरी ड्रीम कार मारुति-800 थी।’

First Published: Tuesday, September 3, 2013, 21:28

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