Last Updated: Monday, December 24, 2012, 20:40

नई दिल्ली : सचिन तेंदुलकर के खिलाफ और इंडियन प्रीमियर लीग में उनके साथ खेल चुके श्रीलंका के पूर्व कप्तान सनत जयसूर्या ने आज कहा कि वह मैदान के भीतर ही नहीं बल्कि बाहर भी चैम्पियन हैं। तेंदुलकर ने कल एक दिवसीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। एक दिवसीय क्रिकेट में सचिन (463 मैच) के बाद सबसे ज्यादा मैच जयसूर्या (445) ने ही खेले हैं। इन दोनों के अलावा किसी ने 400 से अधिक वनडे नहीं खेले हैं।
जयसूर्या ने कहा, सचिन जैसे खिलाड़ी के बारे में बोलने के लिये शब्द नहीं मिलते। मैं श्रीलंकाई टीम के साथ उनके खिलाफ खेला और आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिये उनके साथ भी खेला। दोनों ही अनुभव शानदार रहे। उन्होंने कहा, यह सभी को पता है कि वह अद्भुत क्रिकेटर हैं। महानतम बल्लेबाजों में से एक। मैदान के भीतर तो वह चैम्पियन हैं ही लेकिन मैदान के बाहर भी अपने बर्ताव से मिसाल पेश करते हैं। बहुत ही सरल और विनम्र इंसान हैं और जिस तरह से वह पेश आते हैं, उसकी जितनी तारीफ की जाये कम ही होगी।
जयसूर्या ने कहा, सफलता के शिखर पर पहुंचने के बावजूद नाकामी का भी जिस खूबी से वह सामना करते थे, वह अनुकरणीय है । मैदान के भीतर और बाहर उनसे बहुत कुछ सीखने को मिलता है। यह पूछने पर कि क्या उनके संन्यास लेने का यह सही समय था जबकि भारत को पाकिस्तान के खिलाफ कल से बहुप्रतीक्षित श्रृंखला खेलनी है, उन्होंने कहा कि यह व्यक्तिगत फैसला होता है।
उन्होंने कहा, संन्यास का फैसला सचिन का अपना था। उसने सोचा होगा कि अब उसका समय पूरा हो गया है। एक खिलाड़ी ही अपना आकलन सर्वश्रेष्ठ कर सकता है। यह पूछने पर कि क्या उन्हें लगता है कि सचिन के रिकार्ड कोई तोड़ सकेगा, जयसूर्या ने कहा, रिकार्ड तो टूटने के लिये ही होते हैं। यदि कोई उसका रिकार्ड तोड़ता है तो यह क्रिकेट के लिये अच्छा होगा। (एजेंसी)
First Published: Monday, December 24, 2012, 18:14