Last Updated: Wednesday, June 13, 2012, 00:14

विरोत्सलाव : यूरो कप फुटबॉल टूर्नामेंट में ग्रुप ए के मैच में चेक गणराज्य ने मंगलवार को 2004 के यूरो चैंपियन यूनान को 2-1 से शिकस्त देकर टूर्नामेंट में अपनी उम्मीदों को बरकरार रखा है। इस तरह चेक गणराज्य ने यूनान से 2004 के यूरो कप के सेमीफाइनल में मिली हार का हिसाब भी चुकता कर लिया।
चेक गणराज्य ने खेल की शुरुआत में ही दनादन दो गोल दागकर सबको हतप्रभ कर दिया। चेक गणराज्य ने शुरुआती छह मिनट के अंदर दो गोल दागकर यूनान के खिलाफ मध्यांतर तक 2-0 की महत्वपूर्ण बढ़त बना ली थी।
पीटर यिरात्सेक ने खेल के तीसरे मिनट में ही चेक गणराज्य की तरफ से पहला गोल किया जबकि इसके तीन मिनट बाद वैकलाव पिलार ने टीम की बढ़त 2-0 की।
यूनान को चोटिल एवराम पाडाडोपोलोस और निलंबित सोक्राटिस पापास्टाथोपोलोस की कमी खली और चेक गणराज्य ने इसका फायदा उठाकर उसके मिडफील्ड को जल्द ही तितर-बितर कर दिया।
यिरात्सेक को पहला गोल करने में कोई परेशानी नहीं हुई। उन्हें थामस हब्समैन के पास पर बाएं पांव से करारा शाट जमाकर गोल में डाला। यूनानी गोलकीपर कोस्टास चालकियास के पास उसे बचाने का कोई मौका नहीं था। पिलार ने इसके तुरंत बाद टूर्नामेंट में अपना दूसरा गोल किया।
हाफ टाइम के कुछ देर बाद ही 53वें मिनट में सामारस के शॉट को समझने में चेक गणराज्य के गोलकीपर गलती कर बैठे और थियोफेनिस गेकास ने इसका फायदा उठाकर गोल दाग दिया। हालांकि इसके बाद यूनान बराबरी करने में भी नाकाम रहा। पिलार के इस गोल में हालांकि चालकियास की चूक ने ज्यादा भूमिका निभायी। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, June 13, 2012, 00:14