Last Updated: Thursday, June 21, 2012, 13:41
दानेस्क : खिताब के प्रबल दावेदारों में शामिल जर्मनी को कल यहां होने वाले यूरो 2012 फुटबाल चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में रक्षात्मक रणनीति के साथ खेल रहे यूनान के खेमे में खलबली मचाने के लिए पर्याप्त संयम की जरूरत पड़ेगी। जर्मनी ने अभी तक आक्रामक फुटबाल नहीं दिखाई है जिसके लिए उसकी आलोचना भी हो रही है। इसलिए माना जा रहा है कि उसके कोच जोकिम लोउ यूनान के खिलाफ टीम में कुछ बदलाव करें।
यूनानी टीम हमेशा रक्षात्मक रणनीति से खेलती है और जर्मनी के खिलाफ भी वह गोल बचाने में भी अपनी ताकत लगाने की कोशिश करेगी। यही वजह है कि फुटबाल जगत में यूनान से मीलों आगे होने के बावजूद जर्मनी अपने इस प्रतिद्वंद्वी को कम करके नहीं आंक रहा है।
पुर्तगाल, हालैंड और डेनमार्क पर जीत में जर्मनी के संयम ने अहम भूमिका निभाई लेकिन लोउ यूनान से पार पाने के लिये अपने विंगर्स में बदलाव कर सकते हैं। यूनान ने ग्रुप ए में अपनी रक्षात्मक शैली से ही क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। इसी रणनीति से वह 2004 में चैंपियन भी बना था। लोउ ने यूरो 2102 में अब तक लुकास पोडोलस्की और मुलेर को आगे रखा है लेकिन इन दोनों का खेल तेज और आक्रामक शैली वाला है जैसा कि जर्मनी ने दो साल पहले विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका में दिखाया था। ऐसे में लोउ को यूनान के खिलाफ अधिक मौके बनाने के लिए मारियो गोएत्ज, टोनी क्रूस या मार्को रेयूस को उतारना पड़ सकता है।
जर्मनी की डेनमार्क पर 2-1 से जीत में शुरुआती लाइनअप में शामिल रहे मेसुट ओजिल, बास्टिन श्वेन्सटीगर और लार्स बेंडर के फिट होने की संभावना है। इन सभी ने मंगलवार को अभ्यास में भाग नहीं लिया था। यूनान को कप्तान जियोरगोस कारागोनिस के बिना उतरना पड़ेगा। वह एक मैच का निलंबन झेल रहे हैं। यूनान को कप्तान की भारी कमी महसूस होगी। रूस के खिलाफ कारागोनिस ने ही विजयी गोल किया था। कोच फर्नांडो सांतोस की रणनीति रक्षण पर जोर देकर जर्मन खिलाड़ियों को हताश करने तथा कार्नर या फ्री किक पर गोल करने की रहेगी। ऐसे में डिफेंडर वेसिलिस टोरोसिडिस और कीरियाकोस पापाडोपोलोस का प्रदर्शन यूनान के लिये काफी अहम होगा। (एजेंसी)
First Published: Thursday, June 21, 2012, 13:41