रणजी ट्राफी: सचिन पर रहेगी निगाह, मुंबई का पलड़ा भारी

रणजी ट्राफी: सचिन पर रहेगी निगाह, मुंबई का पलड़ा भारी

रणजी ट्राफी: सचिन पर रहेगी निगाह, मुंबई का पलड़ा भारीनई दिल्ली : स्टार बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर मुंबई और सेना के बीच कल से यहां होने वाले रणजी ट्राफी सेमीफाइनल में आकषर्ण का केंद्र होंगे। अजित अगरकर की अगुवाई वाली 39 बार की चैंपियन मुंबई का पलड़ा भारी माना जा रहा है लेकिन उत्तर प्रदेश पर पांच विकेट की जीत दर्ज करने वाली सेना की टीम को भी कम करके नहीं आंका जा सकता है। कागजों पर मुंबई की टीम बेहद मजबूत है। उसके पास तेंदुलकर के अलावा घरेलू मैचों की रन मशीन वसीम जाफर, आलराउंडर अभिषेक नायर और फार्म में चल रहे युवा बल्लेबाज हिकेन शाह और कौस्तुभ पवार हैं। अगरकर ने अ5यास सत्र के बाद पत्रकारों से कहा, ‘‘मैं नहीं जानता कि हमारा पलड़ा बहुत भारी है लेकिन हम जीत के दावेदार हैं। इससे हमारा अभिमान झलकता हो लेकिन हम इस स्तर पर कई बार खेल चुके हैं। ’’ तेंदुलकर ने नेट्स स्पिनर विशाल दाभोलकर की गेंद नीची रहने के कारण केवल चार गेंद तक ही अभ्यास किया। उन्होंने बाद में पूर्व भारतीय मैनेजर और एसएससीबी के सचिव एयर कमांडर बालादित्य से साइटस्क्रीन की उंचाई बढ़ाने के लिये कहा। अगरकर ने कहा, ‘‘निश्चित तौर पर जब आपके पास सचिन जैसा खिलाड़ी हो तो फिर काफी अंतर पैदा होता है। पिछले कुछ वषरें से वसीम हमारा सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज है और इस सत्र में अभिषेक नायर बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। नये खिलाड़ी हिकेन और कौस्तुभ भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। ’’ सेना की टीम के लिये पांच दशकों से भी अधिक समय बाद रणजी ट्राफी सेमीफाइनल में खेलना बहुत बड़ी उपलब्धि है लेकिन टीम मैनेजर विंग कमांडर दीपक भास्कर ने कहा कि खिलाड़ी दबाव में नहीं हैं।

सेना को अपने नियमित कप्तान शौमिक चटर्जी के बिना उतरना पड़ सकता है जिन्होंने उत्तर प्रदेश के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में एक पांव पर चोट लगने के बावजूद बल्लेबाजी की थी। भास्कर ने कहा, ‘‘शौमिक की पारी से हमारे खिलाड़ियों के आत्मविश्वास का पता चलता है। टीम का अगुआ होने के कारण उसने दिखाया कि यदि आपके पास इच्छाशक्ति है तो कुछ भी असंभव नहीं है। यदि वह खेलता है तो बहुत अच्छा होगा लेकिन हमारे कार्यवाहक कप्तान सौम्य रंजन स्वेन भी कभी हार नहीं मानने वाला इंसान है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘स्वेन टीम में शामिल एकमात्र ऐसा खिलाड़ी है जिसे खेल कोटे से भर्ती नहीं किया गया है। वह सैनिक के रूप में भर्ती हुआ था लेकिन उसने अंतर सेना टूर्नामेंटों में खुद को साबित किया। ’’ पिच के बारे में भास्कर ने कहा, ‘‘हमें बीसीसीआई के जीवंत पिच बनाने के निर्देशों का पालन कर रहे हैं। यह पांच दिवसीय मैच है और आप परिणाम की उम्मीद कर सकते हैं।’’ (एजेंसी)

First Published: Tuesday, January 15, 2013, 17:43

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