Last Updated: Sunday, June 9, 2013, 22:19

पेरिस : दुनिया के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी रफेल नडाल ने आज यहां पुरुष एकल फाइनल में स्पेन के हमवतन डेविड फेरर को सीधे सेटों में 6-3, 6-2, 6-3 से हराकर इतिहास रचते हुए रिकार्ड आठवीं बार फ्रेंच ओपन टेनिस टूर्नामेंट का खिताब जीता।
टेनिस के इतिहास में यह पहला मौका है जबकि किसी पुरुष खिलाड़ी ने एक ही ग्रैंडस्लैम खिताब को आठवीं बार जीता है। यह नडाल का 12वां ग्रैंडस्लैम खिताब है और वह सर्वाधिक ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने वाले पुरुष खिलाड़ियों की सूची में आस्ट्रेलिया के राय एमर्सन (12) के साथ संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। उनसे अधिक ग्रैंडस्लैम खिताब स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर (17) और अमेरिका के पीट सम्प्रास (14) ने ही जीते हैं।
नडाल ने पहली बार 31 साल की उम्र में ग्रैंडस्लैम फाइनल में खेल रहे फेरर को हराकर रोलां गैरों पर 60 मैचों में 59वीं जीत दर्ज की। नडाल को हालांकि मुश्किल हालात का सामना करना पड़ा जब एक प्रदर्शनकारी कमर से ऊपर बिना कोई कपड़े पहले फिलिप चैटरियर कोर्ट पर आ गया। इस प्रदर्शनकारी के हाथ में मशाल थी और वह फ्रांस के समान लिंग के लोगों के विवादास्पद विवाह कानून का विरोध कर रहा था।
यह प्रदर्शनकारी उस समय नडाल से कुछ फुट की दूरी पर पहुंचा जब वह दूसरे सेट में 5-1 के स्कोर पर सर्विस कर रहे थे। सुरक्षाकर्मियों ने हालांकि प्रदर्शनकारी को बाहर निकाल दिया। फेरर ने अच्छी शुरूआत की और पहले सेट का पहला गेम बिना कोई अंक गंवाए जीत लिया। नडाल ने हालांकि 2-1 के स्कोर पर फेरर की सर्विस तोड़ी जब उन्होंने फोरहैंड शाट बाहर मार दिया।
फेरर ने हालांकि अगले गेम में नडाल की सर्विस तोड़कर 2-2 से बराबरी हासिल कर ली। नडाल ने इसके बाद दोबारा फेरर की सर्विस तोड़ी जबकि फेरर ने नौवें गेम में डबल फाल्ट करके विरोधी खिलाड़ी को सेट प्वाइंट दे दिया। फेरर ने इसके बाद बैकहैंड नेट पर मारकर नडाल को पहला सेट गंवा दिया। फेरर ने टूर्नामेंट में अब तक एक भी सेट नहीं गंवाया था लेकिन आज वह लय में नहीं दिखे। यह खिलाड़ी हालांकि इस तथ्य को देखते हुए मुश्किल में था कि नडाल ने ग्रैंडस्लैम मुकाबलों में पहला सेट जीतने के बाद 145 मैचों में जीत दर्ज की जबकि सिर्फ तीन बार हार का सामना करना पड़ा।
इन दोनों का एक दूसरे के खिलाफ प्रदर्शन भी फेरर के खिलाफ था। आज के फाइनल से पहले फेरर ने नडाल को सिर्फ चार मैचों में हराया था जबकि 19 बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा। नडाल ने इनमें से 16 जीत क्ले कोर्ट पर दर्ज की। फेरर ने क्ले कोर्ट पर नडाल के खिलाफ एकमात्र जीत 2004 में दर्ज की थी। यह दोनों के बीच पहली भिड़ंत थी और तब नडाल केवल 16 साल के थे। नडाल ने दूसरे सेट में भी शानदार शुरूआत करते हुए 3-0 की बढ़त बना ली। नडाल ने जल्द ही स्कोर 5-1 किया लेकिन तभी प्रदर्शनकारी कोर्ट पर घुस आया लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उसे बाहर निकाल दिया।
नडाल ने इसके बाद सर्विस गंवाई लेकिन इसके बावजूद उन्हें सेट जीतने में कोई दिक्कत नहीं हुई। यह दिग्गज खिलाड़ी इसके बाद अंतिम सेट में भी हावी रहा और 5-3 के स्कोर पर सर्विस करते हुए क्रासकोर्ट विनर लगातार उन्होंने खिताब अपने नाम किया। (एजेंसी)
First Published: Sunday, June 9, 2013, 22:19