रांची में धोनी का धमाल, जीता चेन्नई सुपरकिंग्स

रांची में धोनी का धमाल, जीता चेन्नई सुपरकिंग्स

रांची में धोनी का धमाल, जीता चेन्नई सुपरकिंग्स रांची : सुरेश रैना की कमाल की पारी के बाद महेंद्र सिंह धोनी ने दर्शकों की मांग पर छक्कों की जबर्दस्त बरसात की जिससे चेन्नई सुपरकिंग्स यहां चैंपियन्स लीग टी20 के ग्रुप बी के बड़े स्कोर वाले मैच में सनराइजर्स हैदराबाद को 12 रन से हराने में सफल रहा।

रैना और धोनी ने फिर से साबित किया कि सीमित ओवरों की क्रिकेट में उन्हें क्यों खतरनाक माना जाता है। रैना ने 57 गेंद पर नौ चौकों और एक छक्के की मदद से 84 रन बनाकर पारी संवारी तो धोनी ने 19 गेंद पर आठ छक्कों की मदद से नाबाद 63 रन ठोककर घरेलू दर्शकों के सामने धमाल मचाया। चेन्नई की टीम इन दोनों की आकर्षक पारियों से 4 विकेट पर 202 रन बना गयी। कप्तान शिखर धवन (48) और पार्थिव पटेल (38) ने सनराइजर्स को अच्छी शुरूआत दिलायी लेकिन बीच में मिले झटकों के कारण उसकी टीम डेरेन सैमी की 25 गेंद पर 50 रन की विस्फोटक पारी के बावजूद सात विकेट पर 190 रिपीट 190 रन ही बना पायी।

चेन्नई ने लगातार दूसरी जीत दर्ज की और वह ग्रुप बी में आठ अंक लेकर शीर्ष पर बना हुआ है। सनराइजर्स की यह पहली हार है और उसके अब दो मैच में चार अंक हैं। धोनी ने अपने शहर के दर्शकों को रोमांचित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने अपने आखिरी 52 रन तो केवल 12 गेंद पर बनाये। धोनी ने 16 गेंद पर अर्धशतक पूरा करके चैंपियन्स लीग में नया रिकार्ड बनाया। पिछला रिकार्ड कीरेन पोलार्ड (18 गेंद) के नाम पर था। उन्होंने तिसारा परेरा के एक ओवर में पांच छक्कों की मदद से 34 रन बटोरकर नया रिकार्ड बनाया।

पार्थिव के रन आउट होने से यह साझेदारी टूटी। उन्होंने 28 गेंद खेली तथा छह चौके लगाये। पहला विकेट गिरते ही एकदम से पासा पलट गया। रैना ने पार्थिव को रन आउट करने के बाद नये बल्लेबाज जेपी डुमिनी की गिल्लियां बिखेरी जबकि आर अश्विन ने अगले ओवर में धवन को अर्धशतक पूरा करने से रोका। सनराइजर्स के कप्तान ने 34 गेंद खेली तथा सात चौके और एक छक्का लगाया। चार रन के अंदर तीन विकेट गंवाने से सनराइजर्स बैकफुट पर आ गया। तिसारा परेरा (12) हिसाब बराबर करने में नाकाम रहे और सीमा रेखा के करीब कैच दे बैठे।

सैमी ने रविंदर जडेजा के एक ओवर में तीन छक्के जड़कर सनराइजर्स के प्रशंसकों का उत्साह बढ़ाया, लेकिन कुछ कैच टपकाये जाने के बावजूद दूसरी तरफ से विकेट गिरते रहे। सैमी ने दो चौके और पांच छक्के लगाये जिससे सनराइजर्स की हार का अंतर कम हुआ। चेन्नई की तरफ से ड्वेन ब्रावो और जैसन होल्डर ने दो-दो विकेट लिये। इससे पहले सनराइजर्स के लिये स्टेन और डुमिनी ने अच्छी गेंदबाजी करके क्रमश: 23 और 27 रन देकर दो-दो विकेट लिये लेकिन परेरा और सैमी मिलकर छह ओवर में 99 रन लुटा गये। परेरा ने तीन ओवर में 60 रन दिये। आखिर में यह छह ओवर निर्णायक साबित हुए।

रैना ने हालांकि बड़ी कुशलता से पारी को संवारा तथा बड़े शाट लगाने में भी कोताही नहीं बरती। उन्होंने स्टेन के पहले ओवर में दो चौके लगाकर शुरूआत की। बायें हाथ के इस बल्लेबाज को अर्धशतक पूरा करने के तुरंत बाद जीवनदान मिला। उन्होंने एस बद्रीनाथ के साथ तीसरे विकेट के लिये 70 रन की साझेदारी की। इसमें बद्रीनाथ का योगदान केवल 13 रन रहा। डुमिनी ने बद्रीनाथ के रूप में अपना दूसरा विकेट लिया लेकिन दर्शकों को मानो इसी विकेट का इंतजार था।

धोनी क्रीज पर उतरे और उन्होंने आते ही डुमिनी की गेंद छक्के के लिये लहरा दी। परेरा जब 18वां ओवर करने आये तो धोनी ने स्टेडियम ‘माही मय’ बना दिया। पहला छक्का 92 मीटर दूर गया और आखिरी चार गेंदों पर भी छक्के पड़े। पांचवीं गेंद पर लांग आन पर लगाया गया छक्का 101 मीटर की दूरी नाप गया। यह इस टूर्नामेंट का अब तक का सबसे लंबा छक्का है। परेरा ने हालांकि स्टेन की गेंद पर रैना का सीमा रेखा पर एक हाथ से कैच लेकर उन्हें शतक तक नहीं पहुंचने दिया। धोनी ने आखिरी ओवर में सैमी पर दो छक्के लगाकर पारी का अंत किया। (एजेंसी)

First Published: Friday, September 27, 2013, 00:28

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