Last Updated: Monday, October 22, 2012, 19:31

डरबन : महेंद्र सिंह धोनी सोमवार को यहां चैंपियन्स लीग ट्वेंटी-20 के मैच में कप्तानी और विकेटकीपिंग का चोला उतारकर गेंदबाज के रूप में मैदान पर अवतरित हुए। यह पहला अवसर है जबकि धोनी ने क्रिकेट के इस छोटे प्रारूप में गेंदबाजी की।
धोनी, हालांकि प्रभावित करने में नाकाम रहे और उन्होंने दो ओवर में 25 रन लुटाए। मध्यम गति से गेंदबाजी कर रहे भारतीय कप्तान ने पहले ओवर में राउंड द विकेट आकर सात रन दिए लेकिन उनके अगले ओवर में गैरी बैलेन्स ने सीधे बल्ले पर आ रही उनकी शार्ट पिच गेंदों को दो बार छक्के के लिए भेजा।
धोनी ने इस ओवर में 18 रन दिए। इस मैच में कप्तानी कर रहे सुरेश रैना ने टॉस के समय ही कह दिया था वह धोनी से दो ओवर गेंदबाजी करवाएंगे और बाद में उन्होंने अपना वादा निभाया। धोनी इससे पहले प्रथम श्रेणी, लिस्ट ए, टेस्ट और एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में गेंदबाजी कर चुके हैं लेकिन यह पहला अवसर है जबकि उन्होंने ट्वेंटी- 20 में गेंदबाजी की।
धोनी ने प्रथम श्रेणी मैचों में 108 गेंद की लेकिन उन्हें कोई विकेट नहीं मिला। लिस्ट-ए मैचों में उन्होंने 39 गेंद की और दो विकेट लिए हैं। टेस्ट मैचों में धोनी ने पहली बार जनवरी 2006 में पाकिस्तान के खिलाफ फैसलाबाद में खेले गए मैच में गेंदबाजी की थी। तब उनकी जगह विकेटकीपिंग तत्कालीन कप्तान राहुल द्रविड़ ने की थी।
इसके बाद उन्होंने 2008 में इंग्लैंड के खिलाफ मोहाली, 2010 में न्यूजीलैंड के खिलाफ अहमदाबाद और 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ लार्डस टेस्ट में गेंदबाजी की थी। धोनी ने 2009 चैंपियन्स ट्राफी में वेस्टइंडीज के खिलाफ जोहानिसबर्ग में दो ओवर किए थे। धोनी ने जब लार्डस टेस्ट की दोनों पारियों में गेंद संभाली थी तो उसकी काफी आलोचना हुई थी। (एजेंसी)
First Published: Monday, October 22, 2012, 19:31