Last Updated: Sunday, March 31, 2013, 20:12

नई दिल्ली : अपने अंतरराष्ट्रीय कैरियर के दौरान काफी उतार-चढ़ाव देखने वाले हरभजन सिंह ने कहा कि मुश्किल समय ने उन्हें सिखाया है कि किसी भी चीज से अधिक अहमियत रिश्तों की होती है।
कभी आस्ट्रेलिया की अजेय मानी जाने वाली टीम को अपनी फिरकी के जादू पर नचाने वाले आफ स्पिनर हरभजन को कुछ समय पहले भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया था।
हरभजन ने एक साक्षात्कार में कहा, ‘जब मैंने 10 टेस्ट खेले तो मुझे काफी अच्छा लग रहा था लेकिन मैंने महसूस करना शुरू किया कि रिश्ते अधिक अहम हैं जो हमने कई वर्ष में बनाए हैं।’
उन्होंने कहा, ‘ये वे लोग हैं जिनके साथ आपने क्रिकेट खेला और इस दौरान जिनसे पहचान बनाई। मैं ऐसे क्रिकेटर के रूप में पहचान बनाना चाहता हूं जो अच्छा इंसान था। ऐसे शीर्ष खिलाड़ी के रूप में नहीं जो उतना ही बुरा इंसान था।’
हरभजन ने कहा कि अगर 90 में से 100 लोग उन्हें पसंद करते हैं तो वह इसे उपलब्धि मानेंगे।
भारत की ओर से 101 टेस्ट खेलने वाले हरभजन ने कहा,‘मैं सिर्फ इतनी उम्मीद कर सकता हूं कि जब मैं क्रिकेट खेलना छोड़ूं तो लोग कहें कि उन्होंने मेरे साथ खेलने का लुत्फ उठाया। मुझे पता है कि 100 में से 100 व्यक्ति एक जैसी बात नहीं कहेंगे लेकिन मैं चाहता हूं कि कम से कम 90 लोग कहें कि भज्जी अच्छा इंसान था।’ (एजेंसी)
First Published: Sunday, March 31, 2013, 20:12