Last Updated: Friday, August 2, 2013, 18:24

बेंगलुरू : आस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेट कप्तान स्टीव वा का मानना है कि आस्ट्रेलिया और भारत के बीच 2001 की एतिहासिक टेस्ट श्रृंखला के दौरान पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने टास के लिए देर से आकर दर्शाया था कि उनके अंदर खेल के लिए सम्मान की कमी है।
इस विवादास्पद प्रकरण के बारे में पूछने पर वा ने कहा, ‘वह प्रत्येक मैच के लिए देरी से आया था, यह उसकी मर्जी थी। मैंने सोचा कि यह सिर्फ खेल के प्रति सम्मान की कमी को दर्शाता है। इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। मैच रैफरी ने असल में उसे कहा कि उसे समय पर आना चाहिए।’
वा ने इसके साथ ही उम्मीद जतायी कि इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा एशेज श्रृंखला में आस्ट्रेलियाई टीम बाकी बचे तीन मैचों में पासा पलटने में सफल रहेगी। इंग्लैंड की टीम अभी श्रृंखला में 2 -0 से आगे चल रही है।
वा ने कहा, ‘आस्ट्रेलिया ने ओल्ड ट्रैफर्ड में तीसरे टेस्ट में अच्छी शुरूआत की है। उम्मीद करता हूं कि बाकी बचे तीन टेस्ट में हम वापसी करने में सफल रहेंगे।’ आस्ट्रेलिया ने ओल्ड ट्रैफर्ड में तीसरे टेस्ट के पहले दिन का खेल खत्म होने तक गुरुवार को तीन विकेट पर 303 रन बनाए थे।
वा ने कहा, ‘आस्ट्रेलिया की मौजूदा टीम अनुभवहीन है जबकि इंग्लैंड की टीम अनुभवी है। हमने ट्रेंटब्रिज में पहला टेस्ट लगभग जीत ही लिया था। इसलिए हमें सिर्फ मैदान पर टिकने और अपनी क्षमताओं पर यकीन करने की जरूरत है।’ उन्होंने कहा,‘आस्ट्रेलिया के युवा खिलाड़ी काफी प्रतिभावान हैं। हमारे पास काफी प्रतिभा मौजूद है विशेषकर गेंदबाजी विभाग में।’
वा ने साथ ही कहा कि आस्ट्रेलियाई चयनकर्ताओं को युवाओं को अधिक मौके देने चाहिए जिससे कि वे अपनी क्षमता साबित कर सकें। टेस्ट क्रिकेट पर प्रतिक्रिया देते हुए वा ने कहा कि यह प्रारूप मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक तौर पर खिलाड़ी की क्षमता को परखता है।
उन्होंने कहा, ‘आपको ट्वेंटी20 क्रिकेट में ऐसे हालात नहीं मिल सकते।’ आस्ट्रेलिया के इस दिग्गज बल्लेबाज ने युवाओं को सलाह दी कि वह ट्वेंटी20 से अधिक टेस्ट क्रिकेट पर ध्यान दें। (एजेंसी)
First Published: Friday, August 2, 2013, 18:24