विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप में बजरंग ने जीता कांस्य पदक

विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप में बजरंग ने जीता कांस्य पदक

विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप में बजरंग ने जीता कांस्य पदक बुडापेस्ट : भारतीय पहलवाओं का विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप में शानदार प्रदर्शन जारी रहा जब बजरंग ने आज यहां मंगोलिया के नयाम ओचिर एंखसाइखान को 9-2 से हराकर 60 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग में कांस्य पदक जीता। अमित कुमार ने कल रजत पदक जीता था और इस तरह यह पहला मौका है जब भारत ने विश्व चैम्पियनशिप स्तर की पुरूष प्रतियोगिता में दो पदक जीते हैं।

बजरंग के खिलाफ नयाम ओचिर की शुरुआत अच्छी रही लेकिन 20 वर्षीय भारतीय पहलवान ने पहले चरण के अंतिम लम्हों में वापसी करते हुए अपने विरोधी को मैट पर पटककर स्कोर 2-2 से बराबर कर दिया। बजरंग ने इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा और बेहतर तकनीकी खेल दिखाते हुए मंगोलियाई खिलाड़ी को मात दी।

इससे पहले योगेश्वर दत्त के विकल्प के तौर पर टीम में शामिल बजरंग को पहले दौर में बाई मिला लेकिन दूसरे दौर में उन्हें बुल्गारिया के व्लादिमिरोव डुबोव के हाथों 0-7 से शिकस्त का सामना करना पड़ा। डुबोव के फाइनल में पहुंचने पर हालांकि उन्हें कांस्य पदक के लिए चुनौती पेश करने का मौका मिला। बजरंग ने रेपेचेज में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने पहले जापान के शिगो माइदा और फिर रोमानिया के इवान गाइडिया के हराने के बाद कांस्य पदक के मुकाबले में नयाम ओचिर को शिकस्त दी।

इससे पहले पवन कुमार (84 किग्रा) और हितेंदर (120 किग्रा) अपने अपने वर्ग में शुरुआती दौर में ही बाहर हो गए थे। पहले दौर में बाई हासिल करने वाले हितेंदर को दूसरे दौर के एकतरफा मुकाबले में जार्जिया के जिनो प्रत्रियाशविली के हाथों 0-8 से हार झेलनी पड़ी। पवन ने पैप लाजजो स्पोर्ट्स एरेना हमें चीन के अपने प्रतिद्वंद्वी फेंग झांग को कड़ी टक्कर दी लेकिन इसके बाद उन्हें भी अपने पहले मुकाबले में ही 8-9 से हार का सामना करना पड़ा। मौजूदा चैम्पियनशिप के दौरान मौजूद रहे लंदन ओलंपिक खेलों के कांस्य पदक विजेता योगेश्वर घुटने की चोट के कारण प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं ले रहे हैं।

अप्रैल में एशियाई चैम्पियनशिप में कांस्य पदक के साथ अपने सीनियर करियर की शुरूआत करने वाले बजरंग आज हारने वाले पहले भारतीय पहलवान रहे। उनके पास बुल्गारिया के पहलवान का कोई जवाब नहीं था जिसने आसान जीत दर्ज की। वह हालांकि बाद में रेपेचेज के जरिये कांस्य पदक जीतने में सफल रहे।

पवन ने भी 84 किग्रा वर्ग में झांग को जल्द ही 0-4 की बढ़त गंवा दी। भारतीय पहलवान ने वापसी करते हुए तीन अंक जुटाए। चीन के खिलाड़ी ने हालांकि अपनी बढ़त को 5-9 तक पहुंचाया। पवन ने अंतिम लम्हों में तीन अंक के साथ स्कोर 8-9 करते हुए विरोधी की दिल की धड़कनें बढ़ा दी लेकिन तभी समय समाप्त हो गया। हितेंदर ने भी एकतरफा मुकाबले में विश्व जूनियर चैम्पियनशिप के विजेता पात्रियाशविली के खिलाफ आसानी से घुटने टेक दिए। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, September 18, 2013, 00:31

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