Last Updated: Sunday, August 4, 2013, 20:51

ग्वांग्झू (चीन) : दोबारा फिट हो चुकी साइना नेहवाल अनुकूल ड्रा पाने के बाद 2013 बीडब्ल्यूएफ विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप में पहली बार पदक जीतने के इरादे से उतरेंगी जब वह सोमवार से शुरू हो रही इस चैम्पियनशिप में भारत की अब तक की सबसे मजबूत टीम की अगुआई करेंगी।
साइना अब तक विश्व चैम्पियनशिप में पदक नहीं जीत पाई हैं। वह 2009 और 2011 में हुई पिछली दो चैम्पियनशिप के क्वार्टर फाइनल में पहुंची थीं। हैदराबाद की यह 23 वर्षीय खिलाड़ी इस बार अपने रिकार्ड में सुधार करना चाहेगी। दुनिया की तीसरे नंबर की खिलाड़ी साइना पिछले नौ महीने से खराब दौर से गुजर रही हैं और इस दौरान वह एक भी टूर्नामेंट नहीं जीत पाईं।
विश्व चैम्पियनशिप में भाग्य भी भारतीय खिलाड़ी के साथ है जिसे पहले दौर में बाई मिला है। साइना अपने अभियान की शुरुआत दूसरे दौर में रूस की ओल्गा गोलोवानोवा (दुनिया की 66वें नंबर की खिलाड़ी) और बुल्गारिया की एलेसिया जेत्सावा (104 रैंकिंग) के बीच होने वाले मैच की विजेता के खिलाफ करेगी।
साइना को पहली कड़ी चुनौती थाईलैंड की पोर्नटिप बुरानाप्रासेरत्सुक के रूप में मिल सकती है लेकिन भारतीय खिलाड़ी पांच मुकाबलों में दुनिया की 18वें नंबर की इस खिलाड़ी से कभी नहीं हारी है।
लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साइना को क्वार्टर फाइनल में जापान की मिनात्सु (10वीं रैंकिंग) और कोरिया की बेई योन यू (16वीं रैंकिंग) में से किसी एक का सामना करना पड़ता सकता है। भारतीय खिलाड़ी को अगर विश्व चैम्पियनशिप में कम से कम कांस्य पदक जीतना है तो इन दोनों से सतर्क रहना होगा। टूर्नामेंट के नियमों के मुताबिक अगर कोई खिलाड़ी सेमीफाइनल में पहुंचता है तो उसका कांस्य पदक पक्का हो जाएगा।
साइना को पहली बड़ी चुनौती सेमीफाइनल में ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता चीन की ली शुएरूई के रूप में मिल सकती है। इस भारतीय खिलाड़ी ने कहा,‘जून में मेरे मन में कुछ संदेह था क्योंकि मैं शत प्रतिशत फिट नहीं थी लेकिन पिछले कुछ हफ्तों से मैं कड़ी मेहनत कर रही हूं।’
उन्होंने कहा, ‘मैं काफी आगे के बारे में नहीं सोच रही और एक बार में एक मैच पर ध्यान दे रही हूं। उम्मीद करती हूं कि चीन में मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूंगी। मुझे पता है कि अगर मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूंगी तो दोबारा जीत सकती हूं।’
साइना के अलावा महिला एकल में पीवी सिंधू भी भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। पहली बार विश्व चैम्पियनशिप में हिस्सा ले रही सिंधू को भी पहले दौर में बाई मिली है। वह दूसरे दौर में इंडोनेशिया की अप्रिला युसवांदरी (22वीं रैंकिंग) और जापान की कोरी इमाबेपु (32वीं रैंकिंग) के बीच होने वाले मैच की विजेता से भिड़ेंगी। सिंधू अगर इस बाधा को पार कर लेती हैं तो अगले दौर में उन्हें दुनिया की दूसरे नंबर की चीन की खिलाड़ी यिहान वैंग से भिड़ना पड़ सकता है।
तीसरे पैरा में आवश्यक सुधार के साथ: पुरुष एकल में पारूपल्ली कश्यप को तीसरे दौर में दुनिया के छठे नंबर के खिलाड़ी हांगकांग के हू युन का सामना करना पड़ सकता है जो इंडियन बैडमिंटन लीग में बंगा बीट्स टीम में उनके साथी हैं। अगर कश्यप हू युन को हरा देते हैं तो क्वार्टर फाइनल में उन्हें दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी चीन के डू पेंग्यू से भिड़ना पड़ सकता है।
अजय जयराम को ड्रा के दूसरे हाफ में रखा गया है और इस गैरवरीय भारतीय को पहले दौर में ही दुनिया के 12वें नंबर के खिलाड़ी हांगकांग के वोंग विंग की का सामना करना होगा।
पुरुष युगल में तरूण कोना और अरूण विष्णु को पहले दौर में एडम स्वालिना और परजेमिस्लाव वाचा की पोलैंड की जोड़ी का सामना करना है। अक्षय दिवालकर और प्रणव जैरी चोपड़ा की भारतीय जोड़ी हालांकि प्रणव के घुटने में चोट के कारण टूर्नामेंट से हट गई है।
महिला युगल में अश्विनी पोनप्पा और प्रादन्या गाडरे अपने अभियान की शुरुआत मैरी रोप्के और लाइन डैमकेयर की डेनमार्क की जोड़ी के खिलाफ करेंगी जबकि एन सिक्की रेड्डी और अपर्णा बालन को पहले दौर में गैब्रियल वाइट और लारेन स्मिथ की इंग्लैंड की जोड़ी से भिड़ना है।
मिश्रित युगल में भारत का प्रतिनिधित्व अपर्णा बालन और अरूण विष्णु तथा अश्विनी पोनप्पा और तरूण कोना की जोड़ी करेगी। राष्ट्रीय मुख्य कोच पुलेला गोपीचंद ने भरोसा जताया कि भारत की मजबूत टीम अच्छा प्रदर्शन करने में सफल रहेगी।
उन्होंने कहा, ‘विश्व चैम्पियनशिप के लिए अच्छी तैयारी हुई है। हम अच्छी तैयारी कर पाएं हैं क्योंकि पिछले चार-पांच हफ्ते में हमें अच्छा समय मिला है। टीम के प्रत्येक सदस्य के पास अच्छा प्रदर्शन करने का मौका है। साइना के अलावा कश्यप, अजय जयराम, सिंधू या अश्विनी और प्रादन्या, अश्विनी और तरूण के पास अच्छा मौका है।’ (एजेंसी)
First Published: Sunday, August 4, 2013, 20:51