Last Updated: Wednesday, November 23, 2011, 11:48
मुंबई : वेस्टइंडीज ने भारत के खिलाफ तीसरे और आखिरी क्रिकेट टेस्ट के दूसरे दिन नौ विकेट पर 575 रन बना लिए। वेस्टइंडीज के लिए डेरेन ब्रावो ने 166 रन की पारी खेली। वेस्टइंडीज की पारी के नायक फिर से ब्रावो रहे जिन्होंने कोलकाता टेस्ट के बाद यहां भी सैकड़ा जमाया। यह पिछले चार मैच में उनका तीसरा शतक है। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने 284 गेंद खेली तथा 17 चौके लगाए।
उन्होंने इस बीच किर्क एडवर्डस के साथ तीसरे विकेट के लिए 164 और पावेल के साथ चौथे विकेट के लिए 160 रन की दो बड़ी शतकीय साझेदारियां भी की। धोनी को इन साझेदारियों को तोड़ने के लिए वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर को भी गेंद सौंपनी पड़ी थी। ब्रावो की पारी का अंत आखिर में एरॉन ने किया जो उनके कैरियर का पहला विकेट भी है। ब्रावो ने उनकी ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंद पर ड्राइव करना चाहा लेकिन वह उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेकर महेंद्र सिंह धोनी के दस्तानों में चली गई।
एरॉन ने इसके बाद कार्लटन बॉ (4) और डेरेन सैमी (3) को भी पवेलियन भेजा जबकि अश्विन ने रवि रामपाल (10 ) और सैमुअल्स के विकेट लिए। लेकिन इसके बावजूद कैरेबियाई कप्तान सैमी ने पारी समाप्ति की घोषणा नहीं की। वेस्टइंडीज ने इससे पहले सुबह दो विकेट पर 267 रन से आगे खेलते हुए पहले सत्र में 30 ओवर में एडवर्डस का विकेट गंवाकर 111 रन जबकि दूसरे सत्र में 36 ओवर में पावेल का विकेट गंवाकर 116 रन जोड़े। अंतिम सत्र भारत के नाम रहा जिसमें उसने 24 ओवर में भले ही 81 रन दिए लेकिन इस बीच पांच विकेट भी निकाले।
सुबह एडवर्डस और ब्रावो ने इशांत और अपना पहला मैच खेल रहे एरॉन का आसानी से सामना किया। एरॉन अपनी गेंदबाजी पर नियंत्रण नहीं रख पाए और दोनों बल्लेबाजों विशेषकर ब्रावो ने उन्हें इसका कड़ा सबक सिखाया। उन्होंने इस गेंदबाज की दिन की पहली दो गेंद को चार रन के लिए भेजा।
लेकिन दूसरे छोर से एरॉन रन दे रहा था और इसलिए उनके स्थान पर इशांत को लगा दिया गया। इशांत ने अपनी तेजी, मूवमेंट और शार्ट पिच गेंदों से एडवर्डस की कड़ी परीक्षा ली और आखिर में मूव करती गेंद इस बल्लेबाज के बल्ले का किनारा लेकर धोनी के दस्तानों में समा गई। उन्होंने 165 गेंद खेली तथा 13 चौके लगाए।
चोटिल शिवनारायण चंद्रपाल की जगह टीम में लिए गए बाएं हाथ के अन्य बल्लेबाज पावेल ने अधिक आक्रामक तेवर अपनाए। उनका अश्विन की गेंद पर विकेट के पीछे मुश्किल कैच भी छूटा। बाद में इशांत ने उनके लिए शॉर्ट पिच गेंद की लेकिन जैसे ही उन्हें ढीली गेंद मिली उन्होंने उसे चार रन के लिए भेज दिया।
आखिर में वह ओझा की गेंद पर धोनी को कैच देकर पवेलियन लौटे। पावेल 147 मिनट तक क्रीज पर रहे और इस बीच उन्होंने 149 गेंद पर नौ चौके लगाए। इस बीच ब्रावो ने अश्विन की गेंद पर स्क्वायर लेग पर चौका जड़कर अपना तीसरा टेस्ट शतक पूरा किया। इसके लिए उन्होंने 153 गेंद खेली।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, November 23, 2011, 17:34