Last Updated: Friday, October 26, 2012, 13:01

नई दिल्ली : गौतम गंभीर ने पिछले 34 महीने से, सुरेश रैना ने 28 महीने से, वीरेंद्र सहवाग ने दो साल से, सचिन तेंदुलकर ने 22 महीने से और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने एक साल से टेस्ट क्रिकेट में शतक नहीं लगाया है। यह आंकड़े इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इंग्लैंड के खिलाफ 15 नवंबर से शुरू होने वाली चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला में इन बल्लेबाजों पर भारतीय टीम का बड़ा दारोमदार रहेगा। पिछले साल इंग्लैंड दौरे में 0-4 की करारी हार का बदला लेने के लिये उत्सुक भारत के लिये इस महत्वपूर्ण श्रृंखला से पहले इस तरह के आंकड़े सचमुच में चिंता का विषय हो सकते हैं।
भारत के पास पिछले सात साल से गंभीर और सहवाग के रूप में अदद सलामी जोड़ी है और मुख्य समस्या यही है कि टीम के पास इनका कोई विकल्प भी नहीं है। गंभीर इस बात को समझते हैं। उन्होंने कहा, ‘अब भी सलामी जोड़ी के रूप में हमारा औसत 53 है और मुझे लगता है कि जब विश्व क्रिकेट में ओपनिंग की बात आती है तो मैं समझता हूं कि यह सर्वश्रेष्ठ में एक है। यदि 53 का औसत अच्छा नहीं है तो मैं नहीं जानता कि क्या अच्छा है। ’
यह सभी जानते हैं कि तेंदुलकर को अपने सौवें शतक के लिये लंबा इंतजार करना पड़ा था। आखिर में उन्होंने इस साल 16 मार्च को बांग्लादेश के खिलाफ एकदिवसीय मैच में शतक लगाकर महाशतक पूरा किया था लेकिन यह स्टार बल्लेबाज भी पिछली 24 पारियों से टेस्ट मैचों में शतक नहीं लगा पाया है। तेंदुलकर ने आखिरी शतक दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जनवरी 2011 में केपटाउन में जमाया था। इसके बाद अगले 13 टेस्ट मैच में वह तिहरे अंक में नहीं पहुंचे। तेंदुलकर ने इन मैचों में 35.04 की औसर से 841 रन बनाये हैं। वह दो अवसरों पर नर्वस नाइंटीज का शिकार बने। इस बीच वेस्टइंडीज के खिलाफ मुंबई में खेली गयी 94 रन की पारी उनका सर्वोच्च स्कोर रहा। कप्तान धोनी के लिये भी लंबी अवधि के मैचों में शतक जमाना आसान नहीं रहा है। उन्होंने पिछले साल वेस्टइंडीज के खिलाफ कोलकाता में 144 रन की पारी खेली थी लेकिन इसके बाद अगली 11 टेस्ट पारियों में उनका उच्चतम स्कोर 73 रन रहा। धोनी ने इस बीच 34 रन की प्रति पारी की दर से 306 रन बनाये।
लेकिन सचाई यह भी है कि गंभीर पिछले 22 मैच की 40 पारियों में शतक नहीं लगा पाये हैं जबकि सहवाग बिना शतक के 16 टेस्ट और 29 पारियां खेले चुके हैं। गंभीर ने अपना आखिरी शतक जनवरी 2010 में बांग्लादेश के खिलाफ चटगांव में और सहवाग ने नवंबर 2010 में न्यूजीलैंड के खिलाफ अहमदाबाद में लगाया था।
रैना का स्थान हालांकि युवराज सिंह को मिल सकता है। इन दोनों को भारत ए की तरफ से इंग्लैंड के खिलाफ अभ्यास मैच में अच्छा प्रदर्शन करना होगा। वैसे मध्यक्रम में भारत का भरोसा दो युवा बल्लेबाजों पर रहेगा जो अच्छी फार्म में चल रहे हैं। चेतेश्वर पुजारा और विराट कोहली दोनों ने ही न्यूजीलैंड के खिलाफ अगस्त में हुई टेस्ट श्रृंखला में शतक जमाये थे। इसके बाद भी इन दोनों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। पुजारा नंबर तीन पर बल्लेबाजी के लिये आ सकते हैं जबकि कोहली को पांचवें नंबर की जिम्मेदारी संभालनी पड़ेगी लेकिन छठे नंबर के लिये युवराज और रैना में किसी एक को चुना जा सकता है। (एजेंसी)
First Published: Friday, October 26, 2012, 13:01