Last Updated: Friday, September 13, 2013, 19:17
नई दिल्ली: बीसीसीआई के निर्वासित अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने शुक्रवार शाम अनुशासन समिति की बैठक की अध्यक्षता की जिसने आईपीएल छह में स्पाट फिक्सिंग में भूमिका के लिये दागी क्रिकेटरों एस श्रीसंत और अंकित चव्हाण पर आजीवन प्रतिबंध लगाया।
क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार (कैब) के सचिव आदित्य वर्मा ने इस पर सवाल उठाये। वह उस पंचतारा होटल में उपस्थित थे जिसमें बैठक हुई। बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने हालांकि स्पष्ट किया कि कोई श्रीनिवासन के बैठक में भाग लेने पर कैसे सवाल नहीं खड़ा कर सकता है।
बीसीसीआई अधिकारी ने कहा, ‘श्रीनिवासन ने बोर्ड की दैनिक गतिविधियों से खुद को अलग रखा है। लेकिन स्पाट फिक्सिंग के आरोपी खिलाड़ियों पर फैसला देने वाली अनुशासन समिति की बैठक हर दिन नहीं होती। इसलिए श्रीनिवासन पर बैठक की अध्यक्षता करने के लिये अदालत की अवमानना का आरोप नहीं लगाया जा सकता है।’
उन्होंने कहा, ‘सचाई यह है कि जगमोहन डालमिया के पास किसी अन्य कारण वाले किसी दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने का अधिकार नहीं है। अनुशासन समिति अध्यक्ष की अनुपस्थिति में फैसला नहीं सुना सकती थी और श्रीनिवासन की उपस्थिति जरूरी थी।’ (एजेंसी)
First Published: Friday, September 13, 2013, 19:17