Last Updated: Thursday, August 2, 2012, 12:11
लाहौर : श्रीलंकाई क्रिकेट टीम पर 2009 में हुए हमले में कथित भागीदारी के आरोपी आतंकवादी की पंजाब में पुलिस के साथ मुठभेड़ में मौत हो गई ।
अधिकारियों को कल गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ आतंकवादी सार्वजनिक परिवहन के जरिये लाहौर के लिये निकले हैं । पुलिस ने लाहौर से 400 किलोमीटी दूर गाजी घाट ब्रिज पर वाहनों की चेकिंग शुरू कर दी । एक बस की चेकिंग के समय एक यात्री ने भागने की कोशिश की । पुलिस और उसके बीच गोलीबारी हुई जिसमें उस व्यक्ति की मौत हो गई । उसकी शिनाख्त अब्दुल गफार कैसरानी उर्फ सैफुल्लाह के रूप में की गई है ।
उसके सामान में से एक ग्रेनेड और दो बंदूकें मिली है । वह प्रतिबंधित तहरीक ए तालिबान का सदस्य था और आतंकवादी संगठन मतीउल्लाह समूह के लिये भी काम करता था । अधिकारियों ने बताया कि उसका काम बैंक लूटकर आतंकवादियों के लिये पैसों का इंतजाम करना था । उसे अफगानिस्तान में प्रशिक्षण मिला था ।
एसएसपी गौहर नफीस ने कहा कि पुलिस ने मुल्तान ने बड़ा आतंकवादी हमला बचा लिया क्योंकि आतंकवादी की नजरें संवेदनशील ठिकानों पर थी । श्रीलंकाई टीम की बस पर लाहौर में मार्च 2009 में हमला हुआ था । इसमें आठ लोग मारे गए और श्रीलंका के सात खिलाड़ी घायल हुए थे । (एजेंसी)
First Published: Thursday, August 2, 2012, 12:11