Last Updated: Thursday, October 27, 2011, 10:12
मुंबई : सचिन तेंदुलकर भले ही क्रिकेट रिकॉर्ड के शीर्ष पर हों लेकिन बतौर कप्तान उनका रिकार्ड प्रभावशाली नहीं है और बीसीसीआई के पूर्व सचिव जे वाई लेले को लगता है कि ऐसा इसलिये हुए क्योंकि यह मास्टर बल्लेबाज तब काफी लोगों की सलाहों पर कुछ ज्यादा ही ध्यान देता था।
ऐसे क्रिकेटर के लिये जिसकी आदत एक के बाद एक रिकार्ड तोड़ने की है, वह अब 100 अंतरराष्ट्रीय शतक के करीब है। लेकिन तेंदुलकर का कप्तानी रिकॉर्ड इतना अच्छा नहीं है।
लेले ने अपनी किताब ‘आई वाज देयर - मेमोयर्स आफ ए क्रिकेट एडमिनिस्ट्रेटर’ में लिखा कि तेंदुलकर अनेकों की सलाहों पर ध्यान दिया करते थे और समझते थे कि बड़ों की बात नहीं सुनना असह्य है।
लेले ने लिखा, ‘सचिन खुद को सफल कप्तान नहीं साबित कर सके, हालांकि बतौर खिलाड़ी वह महान हैं। मुझे उनकी शानदार बल्लेबाजी के बारे में लिखने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह जग जाहिर तथ्य है और उनके क्रिकेट कौशल के बारे में कई बार लिखा जा चुका है । जब मैंने उन्हें बतौर कप्तान इस्तीफा देते हुए देखा तो मैं रो रहा था । ’
लेले ने लिखा, ‘मैं खुद को भाग्यशाली समझता हूं कि जब तेंदुलकर कप्तान थे, मुझे उनके साथ बातचीत के काफी मौके मिले। उनकी सबसे बड़ी समस्या यह थी कि वह काफी लोगों की बातें सुना करते थे। सचिन ने 16 वर्ष की उम्र से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था और इसके बाद से बड़ों का आदर करना उनकी आदत बन गयी थी। उन्हें लगता था कि बड़े लोग जो कुछ कह रहे हैं, उसे लागू करना उनका कर्तव्य है । ऐसा करते हुए उसने अपनी समझ नहीं लगायी।
लेले ने लिखा, ‘दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला में कानपुर टेस्ट मैच के बाद चयन समिति ने अहमदाबाद में अगले मैच की टीम चुनने के लिये बैठक की । अध्यक्ष किशन रूंगटा थे जो बेहतरीन चयकनकर्ता थे । ’
उन्होंने लिखा, ‘इस बैठक में सचिन ने कहा कि मुंबई के नीलेश कुलकर्णी बहुत अच्छा गेंदबाज है क्योंकि उसने पिछले सत्र में 26 विकेट चटकाये थे और उसे टीम में जगह मिलनी चाहिए । रूंगटा ने उनसे पूछा, ‘ये विकेट उसने कौन से टूर्नामेंट में लिये ? क्या आपने उसे गेंदबाजी करते हुए देखा है ? ’
लेले ने लिखा, ‘‘सचिन अचकचा गये । वह हालांकि खुद मुंबई के खिलाड़ी हैं लेकिन वह अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम की व्यस्तता के कारण कभी कभार ही मुंबई के लिये रणजी ट्राफी मैच खेला है और वह घरेलू क्रिकेट को भी नहीं देख पाते । उन्होंने कहा, ‘नहीं सर, लेकिन मैं जानता हूं कि उसने 26 विकेट चटकाये हैं और वह बहुत अच्छा है। ’
(एजेंसी)
First Published: Thursday, October 27, 2011, 15:42