Last Updated: Friday, September 7, 2012, 20:44

नई दिल्ली : पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तानों कपिल देव और मोहम्मद अजहरूद्दीन ने शुक्रवार को सचिन तेंदुलकर का समर्थन किया जो अपने शानदार करियर का अंत करने के फैसले को लेकर दबाव में हैं। इन दोनों पूर्व कप्तानों ने कहा कि इस महान बल्लेबाज को खुद फैसला करना चाहिए कि वह कब संन्यास लेना चाहता है।
न्यूजीलैंड के खिलाफ हाल में संपन्न टेस्ट श्रृंखला में तेंदुलकर के लगातार तीन बार बोल्ड होने के बाद यह बहस शुरू हो गई थी कि क्या उन्हें संन्यास ले लेना चाहिए।
तेंदुलकर हालांकि संन्यास के बारे में नहीं सोच रहे हैं और उन्होंने कहा कि जब वह अपने खेल का लुत्फ उठाना बंद कर देंगे जब संन्यास ले लेंगे।
वर्ष 1983 में पहली बार विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के कप्तान कपिल ने यहां इंडिया टुडे यूथ समिट के दौरान कहा, ईमानदारी से कहूं तो मैं चाहता था कि वह विश्व कप के बाद संन्यास ले। लेकिन समय की जरूरत यह है कि मैं उसका समर्थन करूं। मैं उसका समर्थन करना चाहता हूं और साथ ही चाहता हूं कि वह खुशी के साथ जाए।
उन्होंने कहा,जिस खेल से आप प्यार करते हैं उसे छोड़कर जाना मुश्किल होता है। पिछले 23 साल में उसने इतना कुछ हासिल किया है, इसलिए हमारा इस बारे (संन्यास) में चर्चा करना गलत होगा।
भारत के सबसे सफल कप्तानों में शामिल अजहरूद्दीन ने सुझाव दिया कि फार्म हासिल करने के लिए तेंदुलकर को अधिक मैच खेलने चाहिए।
उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि वह थोड़ा धीमा हो गया है। आयु और दबाव के साथ उसके रिफलैक्स धीमे हो गए हैं। वह 23 बरस से खेल रहा है और इसका असर पड़ता है। सभी विराट कोहली के बारे में बात कर रहे हैं। वह अच्छा प्रदर्शन कर रहा है क्योंकि उसने काफी मैच खेले हैं।
सचिन ने न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट तीन महीने के बाद खेले थे। मुझे लगता है कि उसे अधिक खेलने की जरूरत है।
अजहर ने कहा, अगर वह खेलना जारी रखना चाहता है तो उसे अधिक मैच खेलने की जरूरत है। और जब वह जाए तो खुशी के साथ जाए। सभी को पहले यह पता होना चाहिए और इसके बाद इस मैच का जश्न मनाया जाए। (एजेंसी)
First Published: Friday, September 7, 2012, 20:44