सचिन को मिला गिलक्रिस्ट का समर्थन

सचिन को मिला गिलक्रिस्ट का समर्थन

सचिन को मिला गिलक्रिस्ट का समर्थनमुंबई : ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर एडम गिलक्रिस्ट ने सचिन तेंदुलकर को आर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया की सदस्यता से नवाजे जाने का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि इस सीनियर भारतीय बल्लेबाज ने दोनों देशों के बीच संबंध विकसित करने में मदद की है। गिलक्रिस्ट के पूर्व सलामी जोड़ीदार मैथ्यू हेडन हालांकि तेंदुलकर को यह सम्मान दिए जाने से निराश थे और उन्होंने कहा था कि यह सम्मान सिर्फ उनके देश के लोगों को ही मिलना चाहिए।

लेकिन गिलक्रिस्ट का मानना है कि यह सम्मान ऑस्ट्रेलिया में तेंदुलकर को मिलने वाले सम्मान की मान्यता है।
गिलक्रिस्ट ने यहां वोलोनगोंग विश्वविद्यालय की प्रेस कांफ्रेंस के दौरान संवाददाताओं से कहा, दोनों देशों में तेंदुलकर का जो स्थान हैं उसके लिए उन्हें श्रेय जाना चाहिए। उन्होंने दोनों देशों के बीच 22 बरस तक संबंधों का विकास किया है। उन्होंने कहा, मैंने उन्हें संदेश भेजा था और उनका संदेश पाकर रोमांचित था जिसमें लिखा था ‘क्लब में स्वागत है’ क्योंकि मैं सौभाग्यशाली हूं कि मुझे भी यही सम्मान मिला। यह (सम्मान) महान व्यक्ति के लिए सम्मान का सूचक है। गिलक्रिस्ट ने रणजी ट्राफी में खेलने के लिए तेंदुलकर की तारीफ की और कहा कि यह खेल के प्रति इस सीनियर बल्लेबाज की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

उन्होंने कहा, मैंने पढ़ा कि इस हफ्ते वह रणजी ट्राफी मैच खेल रहा है जो तीन या चार साल में उसका पहला मैच है। यह तथ्य कि वह इस मैच का इस्तेमाल आगामी गंभीर टेस्ट श्रृंखला की तैयारी के लिए करना चाहता है, यह खेल के प्रति उसका प्रतिबद्धता और पेशेवरपन को दर्शता है।

तेंदुलकर की हाल की फार्म के बारे में पूछने पर गिलक्रिस्ट ने कहा, 22 साल के समय में कई बार फार्म में गिरावट आती है। मैं यह नहीं कहूंगा कि उसकी फार्म में गिरावट आई है या नहीं। उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि उन्हें भी नहीं लग रहा कि वह अपने कैरियर के शीर्ष पर हैं। मुझे इसमें कोई शक नहीं है कि सफलता की उनकी इच्छा और भूख बरकरार है। भारत और इंग्लैंड के बीच आगामी टेस्ट श्रृंखला के बारे में आस्ट्रेलिया के इस पूर्व विकेटकीपर ने कहा कि दो अच्छी टीमों के बीच यह करीबी मुकाबला होगा।

उन्होंने कहा, अधिकांश लोग जब घरेलू हालात में खेलते हैं तो सहज महसूस करते हैं। यह महत्वपूर्ण चीज है। दोनों टीमें एक दूसरे के खिलाफ अच्छा खेलती हैं और दोनों दुनिया की शीर्ष चार टीमों में शामिल हैं। दोनों बराबरी की टीमें हैं और इन्हें एक दूसरे को टक्कर देना पसंद है। यह रोमांचक श्रृंखला होगी और मैं इसे देखने को लेकर उत्सुक हूं। दोनों टीमों के बीच माइंडगेम और घरेलू टीम के स्पिनरांे की मदद से लिए स्पिन पिच का विकल्प चुनने को गिलक्रिस्ट ने अधिक तूल नहंी दिया और कहा कि आजकल यह सामान्य है कि हालात घरेलू टीम के अनुकूल होते हैं।

यह पूछने पर कि इंग्लैंड के हाथों उसकी सरजमीं पर 0-4 की शिकस्त का क्या भारत पर असर पड़ेगा, गिलक्रिस्ट ने कहा, दोनों टीमों आक्रामक खेल खेलती हैं। मुझे नहीं लगता कि 4-0 का नतीजा इसमें कोई भूमिका निभाएगा। यहां खेल अलग तरह का है। इंग्लैंड का नेतृत्व अब अलग है और उसे कई मुद्दों का सामना करना पड़ा है। अब तक काफी कुछ हो चुका है और हालात भी अलग होंगे। गिलक्रिस्ट ने कहा कि विवादास्पद बल्लेबाज केविन पीटरसन के शामिल होने के बाद इंग्लैंड की टीम को ड्रेसिंग रूम में अपने विवाद सुलझाने होंगे और सामूहिक लक्ष्य हासिल करने की दिशा में काम करना होगा।

अब भंग हो चुकी डेक्कन चार्जर्स को आईपीएल के दूसरे सत्र में अपनी कप्तानी में खिताब दिलाने वाले गिलक्रिस्ट ने ट्वेंटी20 प्रारूप में बेहतर संचालन की मांग की। वोलोनगोंग विश्वविद्यालय ने इस दौरान यहां ब्रैडमैन छात्रवृत्ति की घोषणा की और ब्रैडमैन फाउंडेशन ने कहा कि वह भारतीय बल्लेबाज राहुल द्रविड़ को मानद सदस्य के रूप में इसमें शामिल करेगा। फाउंडेशन दो साल पहले पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर को भी इसमें शामिल कर चुका है। (एजेंसी)

First Published: Monday, October 29, 2012, 18:23

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