Last Updated: Tuesday, August 28, 2012, 15:41

नई दिल्ली : पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने भारतीय मध्यक्रम के ‘फैब फोर’ के तीन सदस्यों के संन्यास लेने के बाद सचिन तेंदुलकर पर किसी तरह के दबाव की संभावना से साफ इन्कार करते आज यहां कहा कि यह स्टार बल्लेबाज जब तक चाहे तब तक टीम में बने रह सकता है।
गांगुली ने कहा, सचिन जब तक चाहें तब तक खेल सकते हैं। वह बहुत बड़े खिलाड़ी हैं। मैं नहीं समझता कि फैब फोर के तीन खिलाड़ियों के संन्यास लेने के बाद उन पर किसी तरह का दबाव होगा। यदि तीन खिलाड़ियों ने संन्यास ले लिया तो इसका मतलब यह नहीं है कि उन्हें भी ऐसा करना चाहिए। तेंदुलकर के अलावा स्वयं गांगुली, राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण फैब फोर के सदस्य थे। इनमें से गांगुली ने 2008 में जबकि द्रविड़ ओर लक्ष्मण ने इसी साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा। गांगुली ने इसके साथ ही इस सुझाव को भी नकार दिया कि हाल में अंडर . 19 विश्व कप खेलने वाले खिलाड़ियों को कम से कम ट्वेंटी . 20 मैच खेलने चाहिए।
उन्होंने कहा, मैं नहीं मानता कि किसी का यह अधिकार बनता है कि वह किसी खिलाड़ी को किसी प्रारूप में खेलने से रोके। उन्मुक्त चंद ने फाइनल में जो छह छक्के लगाये थे वह सभी क्रीज पर खड़े होकर लगाये थे। यह आज के समय की क्रिकेट है जो भी आधुनिक समय में खेलता है उसका प्रत्येक प्रारूप में खेलना जरूरी है। गांगुली ने ट्वेंटी-20 के टेस्ट क्रिकेट पर पड़ने वाले किसी तरह के नकारात्मक प्रभाव की बात मानने से भी इन्कार कर दिया। उन्होंने उल्टा सवाल किया कि, आप लोग क्रिस गेल और वीरेंद्र सहवाग को देखना पसंद करोगे या ज्योफ्री बायकाट को। आज की क्रिकेट तेजी से रन बनाने से जुड़ी है और खिलाड़ी को यह पता होना चाहिए कि वह खुद को प्रत्येक प्रारूप के अनुरूप कैसे ढाल पाता है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, August 28, 2012, 15:41