Last Updated: Thursday, October 27, 2011, 15:50
ग्रेटर नोएडा : भारत ग्रेटर नोएडा में अपनी पहली फार्मूला वन ग्रांप्री की मेजबानी करेगा और नइ्र खेल महाशक्ति के रूप में उसके रुतबे की परीक्षा भी गुरुवार को फ्री अभ्यास सत्र के साथ शुरू हो जाएगी।
सेबेश्चियन वेटेल और लुईस हेमिल्टन जैसे धुरंधर ड्राइवरों के सामने घरेलू टीम सहारा फोर्स इंडिया के ड्राइवर भी अंक जुटाकर देश के फार्मूला वन की दुनिया में प्रवेश को यादगार बनाने की कोशिश करेंगे। ग्रांप्री फ्री अभ्यास सत्र से शुरू होगी और रविवार को होने वाली फाइनल रेस से पहले शनिवार को क्वालीफाइंग आयोजित किए जाएंगे।
भारत के पहले फार्मूला वन ड्राइवर नारायण कार्तिकेयन नए बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट की ट्रैक पर हिस्पानिया कार के साथ अपने सपने को साकार करेंगे, लेकिन करूण चंडोक इतने भाग्यशाली नहीं रहे क्योंकि उनकी टीम लोटस ने उन्हें रेसिंग सीट पर बैठने का मौका प्रदान नहीं किया। चंडोक के पास कोई विकल्प नहीं है और उन्हें कल अभ्यास सत्र के दौरान ड्राइविंग से ही संतोष करना पड़ेगा।
किसी भी लाभ कमाने वाले बिजनेस ग्रुप की तरह टीम लोटस ने भावनाओं को त्यागकर अपने नियमित ड्राइवर हेकी कोवालाईनेन और जार्नो ट्रुली के साथ रेसिंग करने का फैसला किया है क्योंकि टीम का लक्ष्य उनके साथ आने वाली नई टीमों हिस्पानिया और वर्जिन से आगे 10वें स्थान पर रहने का होगा।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, October 27, 2011, 21:20